खरीफ फसल के लिए खाद-बीज की आपूर्ति और वितरण व्यवस्था सुदृढ़

रायपुर, खरीफ सीजन 2025 की तैयारी के तहत बेमेतरा जिले में खाद-बीज की आपूर्ति और वितरण व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित हो रही है। जिले में खरीफ फसलों की बोनी लगभग पूर्ण हो चुकी है और धान की रोपाई प्रारंभ हो गई है। कृषकों की सुविधा और खेती-किसानी में किसी प्रकार की बाधा न हो, खाद की कोई कमी न हो, इसके लिए कलेक्टर रणबीर शर्मा के मार्गदर्शन में नियमित समीक्षा की जा रही है।
कलेक्टर ने खाद-बीज की उपलब्धता, भंडारण और वितरण की गहन समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि पंजीकृत किसानों को समितियों के माध्यम से खाद-बीज का समय पर वितरण सुनिश्चित किया जाए। जिले में डीएपी खाद की मांग अधिक है, इसके विकल्प के रूप में सिंगल सुपर फास्फेट (एसएसपी) और एनपीके खाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। इन विकल्पों को प्रचारित करने कृषि विभाग द्वारा समितियों में बैनर व पोस्टर लगाए गए हैं।
अब तक जिले को गत वर्ष की तुलना में 141 प्रतिशत सिंगल सुपर फास्फेट, 125 प्रतिशत एनपीके खाद और 112 प्रतिशत डीएपी खाद प्राप्त हो चुकी है। इनमें से 2649 मीट्रिक टन एसएसपी और 515 मीट्रिक टन एनपीके खाद वर्तमान में भी समितियों में उपलब्ध हैं। बीज वितरण के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय प्रगति हुई है - पिछले वर्ष 19742 क्विंटल बीज वितरित किए गए थे जबकि इस वर्ष अब तक 22375 क्विंटल बीज वितरित किए जा चुके हैं, जो 113.33 प्रतिशत है।
शासन द्वारा सहकारी समितियों को प्राथमिकता देते हुए 70:30 के अनुपात में सहकारी बनाम निजी दुकानों को खाद आबंटन किया गया है। जिले के लिए कुल संशोधित खाद भंडारण लक्ष्य 65015 मीट्रिक टन निर्धारित किया गया है, जिसके विरुद्ध अब तक 51054 मीट्रिक टन खाद प्राप्त हो चुकी है और 42988 मीट्रिक टन खाद का वितरण किया जा चुका है।
कलेक्टर रणबीर शर्मा ने किसानों से अपील की है कि समितियों में भंडारित खाद-बीज का शीघ्र उठाव करें और उन्नत कृषि के लिए डीएपी के विकल्प एसएसपी व एनपीके खाद का उपयोग कर समृद्ध फसल प्राप्त करें।