रैबीज इंजेक्शन की सप्लाई बंद, अस्पतालों में भटक रहे मरीज

बिलासपुर 
 सरकारी अस्पतालों में रैबीज का इंजेक्शन नहीं है। हालात ये कि अस्पतालों से पत्र लिखकर रैबीज इंजेक्शन की डिमांड करने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के अफसर आंख मूंदे बैठे हैं। जबकि केवल बिलासपुर के सिम्स और जिला अस्पताल में रोजाना 70 से 80 मरीज इलाज कराने पहुंच रहे हैं। इसके बाद भी अस्पतालों में सीजीएमसी इंजेक्शनों की सप्लाई नहीं कर रहा। पिछले दो महीने से ये स्थिति बनी हुई, लेकिन जिम्मेदार अफसर इस पर ध्यान ही नहीं दे रहे। पूरे प्रदेश में रैबीज इंजेक्शन की शॉर्टेज है। ऐसा नहीं कि इसके बारे में आला अफसरों या शासन को जानकारी नहीं है। सबकुछ पता होने के बाद भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे। जिला अस्पताल में रोजाना रैबीज से पीडि़त करीब 20 से 30 मरीज और सिम्स में 50 से 60 मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं। इंजेक्शन नहीं होने के कारण उन्हें बिना इलाज लौटना पड़ रहा है।

1000 इंजेक्शन की डिमांड भेजी
जिला अस्पताल की तरफ से 1000 इंजेक्शन की मांग की गई थी। सीजीएमएससी को कई बार पत्र लिख चुके, लेकिन इंजेक्शन उपलब्ध नहीं कराया गया। हाल ये मार्केट में भी यह इंजेक्शन नहीं मिल पा रहा।
एसएस भाटिया, सिविल सर्जन

चार पांच बार लिख चुके हैं पत्र 
सिम्स में रोजाना 50 से 60 मरीज आ रहे हैं, लेकिन रैबीज का इंजेक्शन खत्म हो चुका है। मार्केट में भी नहीं मिल रहा है। सीजीएमसी को पांच बार पत्र लिखा जा चुका है, लेकिन अब तक सप्लाई नहीं हो पाई है। 
बीपी सिंह, प्रभारी एमएस, सिम्स

रायपुर के अफसर ही बता पाएंगे
राजधानी रायपुर से ही इंजेक्शन की सप्लाई नहीं हो रही है। हमारे गोदाम से जिलेभर में इंजेक्शन की सप्लाई होती है। दो माह से परेशानी है। उच्च अधिकारियों को बता दिया गया है कि इंजेक्शन की सप्लाई नहीं हो रही है। सप्लाई क्यों नहीं हो रही, ये तो रायपुर के अफसर बता पाएंगे।
दीपक शर्मा, मैनेजर सीजीएमएससी