प्रेग्‍नेंसी में केसर का सेवन करने के फायदे भी हैं नुकसान भी

प्रेग्‍नेंसी एक ऐसा समय है जब बड़े-बुजुर्ग तमाम चीजें खाने या न खाने की नसीहत देते है। इस बारे में उनके अपने तर्क होते हैं। इसी तरह की एक चीज है केसर। गर्भवती केसर खाएं या नहीं इस बारे में दो तरह की बातें हैं। कुछ लोग कहते हैं कि इसके बड़े फायदे हैं, जबकि दूसरे लोग इसे गर्भावस्‍था के लिए हानिकारक बताते हैं।

केसर सदियों से एक मसाले के रूप में इस्‍तेमाल होता आया है। इसे खुशबू और रंग के लिए मिठाइयों में भी इस्‍तेमाल करते हैं। इसके इस्‍तेमाल करने वाले सेहत के लिए इसे अच्‍छा मानता हैं। जो लोग गर्भावस्‍था में केसर खाने की हिदायत देते हैं उनका कहना है कि इससे होने वाले बच्‍चे की रंगत निखरी होगी। लेकिन असलियत से इसका कोई लेना देना नहीं है क्‍योंकि बच्‍चे का रंगरूप उसके माता-पिता से मिलने वाले गुण हैं।

ज्‍यादा मात्रा प्रेग्‍नेंसी में खतरनाक है
कुछ लोग केसर को गर्भवती महिला को देने का विरोध करते हैं। उनका कहना है कि इससे गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है। असल में, केसर को एक सीमित मात्रा में सही समय पर दिया जाए तो इसके कुछ फायदे हो सकते हैं। अगर अधिक मात्रा में दिया जाए तो इससे पेट में मरोड़ उठने लगते हैं और प्रेग्‍नेंसी खतरे में पड़ सकती है।

इसके फायदे भी हैं
अगर गर्भवती महिला अपने डॉक्‍टर की सलाह के बाद, पांचवें महीने में केसर को दूध वगैरह के साथ लिया जाए तो कुछ फायदे हो सकते हैं। लेकिन केसर शुद्ध होनी चाहिए और इसकी मात्रा कम होनी चाहिए। मात्रा डॉक्‍टर से पूछकर तय करें।

केसर के सेवन से प्रेग्‍नेंसी में बीपी कंट्रोल रहता है, इससे मॉर्निंग सिकनेस में फायदा होता है, पाचन सही रहता है, आयरन का स्‍तर ठीक बना रहता है, मूड अच्‍छा रहता है, अच्‍छी नींद आने में मदद मिलती है।