नक्सलियों की धमकी भी नहीं डिगा पाई मतदाताओं का हौसला

नक्सलियों की धमकी भी नहीं डिगा पाई मतदाताओं का हौसला

रायपुर 
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में मतदान से पहले भारी तादाद में नक्सलियों ने हिंसा को अंजाम दिया था. आईडी धमाका सुरक्षा बलों को निशाना बनाना इन सब में शामिल था. इसके अलावा नक्सलियों ने लोगों को धमकी भी दी थी. कुल मिलाकर नक्सलियों की यही कोशिश थी कि मतदाता उनके प्रभाव के क्षेत्र में वोट करने ना निकल पाए, लेकिन छत्तीसगढ़ के मतदाताओं ने नक्सलियों की इन धमकियों को नजरअंदाज करते हुए लोकतंत्र के पर्व में हिस्सा लिया. इसका सबसे बड़ा नजारा देखने को मिला सुकमा की बंडा पोलिंग बूथ में.

12 नवंबर सोमवार की सुबह इस इलाके में मतदान की पूरी तैयारी हो चुकी थी, तभी अचानक सुरक्षा बलों को सुकमा जिले के बंडा पोलिंग स्टेशन के ठीक सामने जमीन के नीचे आईईडी विस्फोटक मिले. हाई इंटेंसिटी के ये 3 विस्फोटक थे, जिनसे बहुत बड़ा नुकसान हो सकता था. लेकिन सुरक्षाबलों ने समय रहते इन आईईडी विस्फोटकों को नष्ट कर दिया, जिस तरीके से आईईडी को प्लांट किया गया था, वह इस बात की ओर इशारा कर रहा था कि आज सुबह नक्सलियों ने बड़ी साजिश रची थी. इनका मकसद था लोगों को मतदान से रोकना.

इसके बाद पोलिंग स्टेशन से थोड़ी ही दूर टेंट के नीचे अस्थाई अस्थायी पोलिंग स्टेशन बनाया गया. इसके बनते ही लोगों का उत्साह देखते ही बनता था. लोगों की लंबी कतार लगनी शुरू हो गई और जब मतदान बंद होने का समय आया तो नतीजे चौकानेवाले थे. नक्सलियों का गढ़ माने जाने वाले इस इलाके में 49 फ़ीसदी मतदान हुआ, जो कि पिछली बार की तुलना में बहुत ज्यादा था. ये केवल एक पोलिंग स्टेशन की बात नहीं थी, ज्यादातर पोलिंग स्टेशन जो कि नक्सल प्रभावित थे वहां पर भारी मतदान देखने को मिला. वो यह साबित करता है मतदान के प्रति इस इलाके में लोगों का कितना उत्साह है.