कुल्हड़ में चाय देने पर रेलवे से दोबारा चर्चा करेगा माटी कला बोर्ड
रायपुर
रेलवे में सफर के दौरान कुल्हड़ में चाय-कॉफी पीने का सपना जल्द ही पूरा होगा। माटीकला बोर्ड योजना को लेकर एक बार फिर रेलवे अधिकारी से बातचीत करेगा। योजना को शुरू करने के लिए बेहतर ऑप्शन क्या होंगे, इस पर चर्चा कर योजना को अमलीजामा पहनाया जाएगा। बोर्ड के एमडी सुधीर खलको की मानें तो कुम्हारों की आर्थिक स्थिति में योजना से काफी सुधार होगा। इसलिए रेलवे के अधिकारियों से जल्द ही चर्चा की जाएगी।
रेलवे स्टेशन पर कुल्हड़ में चाय पीने की योजना शुरू नहीं हो पाने की प्रमुख वजह कुल्हड़ की कीमत निर्धारित नहीं होना बताई जा रही है। माटीकला बोर्ड प्रति कुल्हड़ 1.50 रुपये की मांग कर रहा है, वहीं रेलवे स्टॉल के ठेकेदार 40 पैसे प्रति कुल्हड़ की दर से खरीदी करना चाहते हैं। कुम्हारों की मानें तो इतने कम रेट में तो कुल्हड़ की लागत तक नहीं निकलेगी। इसके अलावा साल में सिर्फ 5000 कुल्हड़ की खरीदी होगी, जबकि बोर्ड सामान्य तौर पर चाय वालों को दो रुपए प्रति कुल्हड़ बेच रहा है। कम रेट में कुल्हड़ बेच कर परिवार का पालन कैसे करेंगे।
बोर्ड अधिकारी की मानें तो रेलवे मंडल की तरफ से एक साल से कुल्हड़ की दर फाइनल नहीं हो पा रही है। रेलवे अधिकारी का कहना कि कुल्हड़ का चार्ज डिस्पोजल की दर में हो, जो संभव नहीं है, क्योंकि एक कुल्हड़ तैयार करने में लगभग 80 पैसा खर्च आता है। डिस्पोजल चार्ज में कुल्हड़ की खरीदी तो नहीं हो सकती है।