कंजरों के इलाके में शराब वाला हैंडपंप..! जानिए पूरी कहानी

गुना, पूरे प्रदेश में आजकल नशामुकित अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत पुलिस विभाग पूरे प्रदेश में नशे का अवैध कारोबार करने वालों की खोज में लगी है। गुना जिले में शराब के अवैध कारोबारियों ने नया तरीका अपनाया, लेकिन वे पुलिस की नजर से नहीं बच पाए। जानिए क्या है पूरी कहानी....
जमीन में शराब से भरी टंकियां, ऊपर हैंडपंप
गुना जिले में पुलिस ने दो गांवों में छापे मारे तो वहां कुछ नहीं मिला। पुलिस ने मौके पर मिले हैंडपंप को चलाया, तो उससे शराब निकलने लगी। जब उसके नीचे खुदाई की तो पता चला कि जमीन में अवैध शराब से भरी टंकियां हैं। यह टंकियां जमीन में करीब सात फीट तक धंसी हुई थी। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने बड़ी मात्रा में शराब नष्ट की है। यह कार्यवाही गुना के चांचौड़ा और राघौगढ़ के दो गांव में की गई। यहां की जमीन भी कच्ची शराब उगल रही है।
हजारों लीटर कच्ची शराब जब्त की गई
अवैध शराब बनाने वालों ने यहां सात फीट गहरे गड्ढों में टंकियां गाड़ रखी हैं। इसके ऊपर हैंडपंप लगा दिए हैं। इन्हीं से शराब निकालते हैं। इससे निकाली गई शराब पॉलीबैग में भरकर बेचते हैं। पुलिस ने सोमवार को अवैध शराब के दो ठिकानों पर छापा मारा। इस दौरान हजारों लीटर कच्ची शराब जब्त भी की गई। हालांकि, आरोपी पहले ही भाग निकले। पुलिस ने आठ आरोपियों की पहचान कर ली है। दो थानों में आठ केस दर्ज किए गए हैं।
कंजरों का इलाका, गांव के लगभग हर घर में बनती है कच्ची शराब
चांचौड़ा इलाके का भानपुरा गांव, यहां अधिकतर कंजर समुदाय के लोग रहते हैं। गांव का लगभग हर परिवार कच्ची शराब बनाने का काम करता है।इन्होंने जगह-जगह कच्ची शराब की भटि्टयां लगा रखी हैं। इसी तरह राघौगढ़ इलाके का साकोन्या गांव में यहां भी बड़ी मात्रा में कच्ची शराब बनाई जाती है।दोनों गांव जंगली इलाके में हैं इसलिए यह जगह कच्ची शराब बनाने के लिए मुख्य केंद्र बने हुए हैं।जंगल होने का फायदा पुलिस की दबिश के दौरान भी मिलता है।आरोपी फायदा उठाकर घने जंगलों में भाग जाते हैं।