नदी-नाले और पहाड़ पार कर टीकाकरण टीम ने 405 बच्चों को लगाया रूबेला का टीका
सुकमा/दोरनापाल
"कहते हैं लहरों से डरकर नौका पार नही होती और कोशिश करने वालों की कभी हार नही होती" इसका जिवंत उदाहरण आज सुकमा जिले में देखा गया। टीकाकरण दल ने एक बार फिर साबित कर दिखाया कि वे ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य को लेकर कितने गंभीर है। टीकाकरण टीम ने पहाड़, जंगल और नदी नालों को पार करते हुए गांव तक पहुंचकर 405 बच्चों को रूबेला का टीका लगाया।
ज्ञात हो कि जब सुकमा के निलावाया जैसे सुदूर इलाके में 405 चिन्हित बच्चों का रूबेला टीकाकरण करना था। 17 नवम्बर को खसरा रूबेला टीकाकरण अभियान अंतर्गत 9 माह से 15 वर्ष तक के बच्चों को टीकाकरण करने ग्राम गोंडेरास एवं नीलावाया में सत्र आयोजित किया गया। लेकिन सामने खराब, उबड़—खाबड़ रास्ते और नदी नालों की भी चुनौती थी।
सीएमएचओ सी बी प्रसाद ने बताया कि टीम तक पालनार अरनपुर के रास्ते से पहुंची और नीलावाया में रास्ता खराब होने के कारण 3 से 4 किमी पैदल जाकर टीकाकरण किया गया। बीच में नदी भी पार करना पड़ा। आखिरकार दोनों गांव में कुल 405 बच्चों को टीकाकरण किया गया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के लगभग 20 लोग एवं शिक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की मौजूदगी रही।