भोपाल के सिपाही ने रचा था भीम यादव को फरार कराने का षड्यंत्र

भोपाल के सिपाही ने रचा था भीम यादव को फरार कराने का षड्यंत्र

ग्वालियर 
हत्या और हत्या के प्रयास के आरोपी भीम सिंह यादव के फरार होने के मामले में ग्वालियर पुलिस भोपाल के गांधी नगर थाने में पदस्थ सिपाही सोनपाल सिंह को हिरासत में लिया है।
 
ग्वालियर क्राइम ब्रांच की टीम शनिवार की शाम सोनपाल सिंह को हिरासत में लेकर ग्वालियर रवाना हो गई है। भिंड पेशी से लौटते वक्त आरोपी भीम सिंह यादव काे छुड़ाने के लिए बदमाशों ने सिपाहियों की आंखों में मिर्ची झोंककर उनकी दो इनसास रायफलें लूट ली थी। इस मामले में सोनपाल सिंह की भूमिका संदिग्ध है। सिपाही सोनपाल, भीम यादव के भांजे हरेंद्र यादव का दोस्त है इसलिए वह भीम को मामा ही बाेलता है। 

जानकारी के मुताबिक पुलिस टीम भीम यादव को भोपाल से भिंड के लिए निकल रही थी तो सोनपाल ही अपनी कार से भीम व पुलिसकर्मियों को स्टेशन छोड़ने आया था। उसने पुलिस टीम के साथ विक्की नाम के एक युवक को भेजकर कहा था कि वह आपकी मदद करेगा। महाराजपुरा थाना पुलिस ने सोनपाल सिंह के खिलाफ षड्यंत्र रचने का केस दर्ज किया है। उधर, हमले के बाद से लापता सिपाही प्रमोद यादव शनिवार को लौट आया। प्रमोद ने बताया कि हमले के दौरान उसका मोबाइल गिर गया था। वह घटना के बाद ग्वालियर स्टेशन से महाकौशल एक्सप्रेस से झांसी और वहां से ट्रेन बदलकर भोपाल पहुंचा था।
 
भोपाल पहुंचकर उसने अपने साथियों से फोन पर संपर्क किया। इसके बाद वह ग्वालियर लौटा। इस हमले में प्रयुक्त काली स्कॉर्पियो गाड़ी पुलिस ने दूर खेरिया मिर्धा गांव के पास बेहटा चौकी के पास से बरामद की है। एसपी नवनीत भसीन ने भीम यादव और उसके साथियों की सूचना देने वाले को 10 हजार रुपए का इनाम का एलान किया है। निशातपुरा सीएसपी लोकेश सिन्हा ने बताया कि सिपाही सोनपाल, भीम यादव को मामा मानता है। वह भीम यादव के भांजे ग्वालियर निवासी हरेंद्र यादव का दोस्त है। ग्वालियर क्राइम ब्रांच की टीम सोनपाल को पूछताछ के लिए लेकर गई है।
 
ग्वालियर से भिंड जाने के लिए विक्की ने ही स्कॉर्पियो मंगाई थी। यह कार जीतेंद्र के नाम पर रजिस्टर्ड है। जीतेंद्र, भीम का ही दूसरा नाम बताया गया है। वह उसी कार से भिंड से वापस आ रहे थे, तभी ड्राइवर ने पुल के पास टॉयलेट के लिए कार रोकी और उसी समय पुलिस टीम पर हमला किया गया। लावारिश मिली स्कार्पियो में सिपाही प्रमोद यादव की नेम प्लेट, एक जोड़ी जूते जिन पर काफी गीली मिट्टी लगी है, एक बैग जिसमें दो जोड़ी पेंट शर्ट और एक जैकेट रखी मिली है। इसके अलावा एसयूवी की टूटी नंबर प्लेट और काफी मात्रा में मिर्च पावडर फैला मिला है। 

फरार आरोपी भीम यादव व उसे छुड़ाने वाले हमलावरों की तलाश में पुलिस उसके भांजे हरेंद्र सहित उप्र के आवासपुरा में रहने वाले भीम के साले अवनीश, भानू यादव डिडी, रंजीत यादव व विकास लहारिया की तलाश कर रही है। अवनीश पर उप्र में हत्या सहित अन्य आपराधिक प्रकरण दर्ज है। रंजीत यादव निवासी एहबदपुरा व विकास लहारिया भी हाल में भिंड में हुए गोलीकांड में फरार इनामी बदमाश हैं। हमले के बाद लापता सिपाही प्रमोद यादव शनिवार को लौट आया।