सतत् विकास के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए होगी, कोर्डिनेशन एंड एक्सीलरेशन सेंटर की स्थापना: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा

सटीक आंकड़ों के माध्यम से विकसित राजस्थान का संकल्प होगा पूरा
‘एसडीजी वेबसाइट 2.0‘ का किया शुभारंभ
जयपुर। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि सांख्यिकी वो क्षेत्र है जिसके माध्यम से सरकार जनता की अपेक्षाओं-आकांक्षाओं की पूर्ति कर सकती है। जब आंकड़े सटीक होते हैं, तभी हम निर्धारित लक्ष्यों की दिशा में प्रगति का निष्पक्ष मूल्यांकन कर सकते हैं और सुधार के लिए समय रहते कदम उठा सकते हैं। उन्होंने आंकड़ों की गुणवत्ता, पारदर्शिता एवं उपयोगिता को और अधिक सशक्त बनाते हुए विकसित भारत एवं विकसित राजस्थान के संकल्प की सिद्धि का आह्वान किया।
श्री शर्मा रविवार को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में प्रोफेसर प्रशांत चंद्र महालनोबिस की जंयती के अवसर पर आयोजित 19वें राज्य स्तरीय सांख्यिकी दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने श्री महालनोबिस का स्मरण करते हुए कहा कि वे भारतीय सांख्यिकी प्रणाली के मुख्य शिल्पी और सांख्यिकी विज्ञान के जनक थे। देश में सांख्यिकी प्रणाली को सुदृढ़ करने और नीति निर्माण को वैज्ञानिक तथ्यों एवं आंकड़ों पर आधारित बनाने का उनका योगदान हमेशा याद रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष 19वां सांख्यिकी दिवस ‘नेशनल सैंपल सर्वे के 75 साल‘ थीम पर मनाया जा रहा है जिसके निष्कर्षों एवं तथ्यों ने देश में नीतियों एवं कार्यक्रमों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।
भारत सांख्यिकी के क्षेत्र में ग्लोबल लीडर के रूप में उभरा
श्री शर्मा ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश में सांख्यिकी तंत्र को सुदृढ़ बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण पहल की हैं, जिनसे न केवल जनकल्याणकारी नीतियां एवं कार्यक्रम बनाने में मदद मिल रही है बल्कि सांख्यिकी के क्षेत्र में भारत ग्लोबल लीडर के रूप में उभर रहा है। प्रधानमंत्री जी का मानना है कि डेटा आज केवल सूचनात्मक संसाधन नहीं, बल्कि एक रणनीतिक संपदा है। उन्होंने कहा कि डेटा से सांख्यिकी प्रणाली को व्यवस्थित एवं पारदर्शी बनाने के साथ ही दूरगामी निर्णय लेने में मदद मिल रही है। ये आंकड़े ही तेजी से विकास के प्रमुख आधार है।
सटीक आंकड़ों से राजस्थान बनेगा 350 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भारत विश्व के उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है, जो व्यापक आंकड़े के आधार पर नीतियां एवं कार्यक्रम बनाकर उन्हें लागू करता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आज राज्य सरकार ने आंकड़ों के आधार पर नीतिगत निर्णय लेकर सुशासन की मजबूत नींव रखी है। प्रदेश को 350 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य हो या अंत्योदय की भावना के अनुरूप कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक सुगमता से पहुंचाने का संकल्प, राज्य सरकार आंकड़ों के आधार पर मजबूती से निर्णय ले रही है।
सांख्यिकी तंत्र को सुदृढ़ करने की दिशा में उठाए महत्वपूर्ण कदम
श्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में सांख्यिकी तंत्र को सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। राज्य में 68 नवीन ब्लॉक सांख्यिकी कार्यालयों एवं 8 नए जिलों में सांख्यिकी कार्यालयों की स्थापना करने के साथ ही, सांख्यिकी कार्यालयों में आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाने के प्रावधान भी किए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में सतत् विकास लक्ष्यों के प्रभावी क्रियान्वयन की दृष्टि से हमनें बजट में एसडीजी कोर्डिनेशन एंड एक्सीलरेशन सेंटर की स्थापना की घोषणा की। इसके लिए पदों के सृजन एवं विशेषज्ञों की सेवाओं के लिए वित्तीय सहमति दी जा चुकी है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ‘स्टैटिस्टिकल इयरबुक 2025‘ और ‘राजस्थान एसडीजी स्टेटस रिपोर्ट 2025‘ का विमोचन और ‘एसडीजी वेबसाइट 2.0‘ का शुभारंभ किया। साथ ही, उन्होंने राज्य में सांख्यिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए जयपुर जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी सहित 16 अधिकारियों-कर्मचारियों को राज्य स्तरीय ‘प्रोफेसर पीसी महालनोबिस सांख्यिकी पुरस्कार’ से सम्मानित किया। इस अवसर पर सांख्यिकी विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहें।