जहां नमाज पढ़ने से लोगों को तकलीफ, वो नमाज नहीं है जायज: सोनू निगम

जहां नमाज पढ़ने से लोगों को तकलीफ, वो नमाज नहीं है जायज: सोनू निगम

नई दिल्ली            
 उत्तर प्रदेश के नोएडा के एक पार्क में पढ़ी जाने वाली नमाज पर जब प्रसाशन ने रोक लगा दी तो इस पर सियासत सुलग उठी है. इस मामले पर तमाम राजनीतिक दलों ने अलग-अलग बयान दिए हैं. अजान पर बयान की वजह से विवाद का सामना करने वाले बॉलीवुड सिंगर सिंगर सोनू निगम ने भी पूरे मामले में टिप्पणी की और कहा, 'जहां नमाज पढ़ने से लोगों को तकलीफ होती है वो नमाज जायज नहीं है."

 शो में एक सवाल पर सिंगर ने कहा, "सड़कों पर शोर मचाने को वह धर्म नहीं मानते हैं. जो गलत है वो गलत है और उसे बंद किया जाना चाहिए. कानून सभी के लिए समान है." अपनी बात साफ करते हुए उन्होंने यह भी कहा, चाहे जो भी धर्म हो गलत, गलत है.

"जो गलत है वो गलत है. सार्वजनिक स्थल जनता का है. उस आम जनता में हिंदू भी आते हैं मुसलमान भी आते हैं और नास्तिक भी आते हैं जो किसी धर्म को नहीं मानते हैं. आस्तिक भी आते हैं और बुद्धिस्ट भी आते हैं. तो आप किसी एक धर्म को कैसे वो पार्क दे सकते हैं"


सोनू निगम से जब पूछा गया कि इलाकाई मुसलमानों का तर्क है कि वे यहां काफी पहले से नमाज पढ़ते चले आ रहे हैं. सिंगर ने कहा, "इस तरह तो सती प्रथा भी काफी पहले से चली आ रही थी और बाल विवाह भी काफी पहले से चला आ रहा था."

"मैं किसी राजनीतिक दल से जुड़ा हुआ नहीं हूं. बस इतना कह सकता हूं कि लोगों को थोड़ा सजग होने की जरूरत है."


उन्होंने कहा, "मैंने मेरे एक मुसलमान दोस्त से पूछा कि नमाज कहां पढ़ सकते हैं तो उसने कहा कि नमाज आप कहीं भी पढ़ सकते हैं, लेकिन जहां आपके नमाज पढ़ने से किसी को तकलीफ हो वहां आपकी वो नमाज जायज ही नहीं होगी."


लाउडस्पीकर बयान पर हुआ था विवाद:

सोनू निगम लाउडस्पीकर पर अजान वाले अपने बयान को लेकर विवादों में आए थे. हाल ही में उन्होंने अपने उस बयान को लेकर एजेंडा आज तक में सफाई भी दी थी. उन्होंने कहा था, "उनकी नाराजगी अजान नहीं नियमों के खिलाफ बजने वाले लाउडस्पीकर से थी."

सोनू ने अपने काम से तुलना करते हुए रात 10 बजे के बाद शोर नहीं करने के नियम की पैरवी की. 10 बजे के बाद हम लोग शो नहीं करते. अगर मैं अपने घर के बाहर भोंपू लगा कर अगर गीता का पाठ चला दूं तो चलेगा?"