लोकसभा चुनाव मोदी-रमन के चेहरे पर लड़ेगी भाजपा

लोकसभा चुनाव मोदी-रमन के चेहरे पर लड़ेगी भाजपा

रायपुर
 छत्तीसगढ़ में भाजपा लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के चेहरे को आगे करके लड़ेगी। दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक की मुलाकात के बाद फार्मूला तय किया गया। इसमें डॉ रमन की 15 साल की उपलब्ध‍ियों और मोदी सरकार की पांच साल की उपलब्ध‍ियों को आधार बनाकर चुनाव प्लान तैयार किया गया है। युवा मोर्चा और महिला मोर्चा को भी अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है। साथ ही बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं की नाराजगी को दूर करके रिचार्ज करने का प्लान तैयार किया गया है। इसके साथ ही हर लोकसभा में 18 सदस्यीय टीम का भी गठन किया जाएगा।

भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो लोकसभा प्रभारी की नियुक्ति के लिए अमित शाह की टीम ने प्रदेश संगठन से नाम मंगाए हैं। हर लोकसभा में एक लोकसभा प्रभारी, एक-एक संयोजक, सहसंयोजक, विस्तारक और समन्वयक नियुक्त किया जाएगा। इसके साथ ही तीन मीडिया मैनेजर और तीन सोशल मीडिया मैनेजर बनाया जाएगा। साथ ही सात पदाधिकारियों को विधानसभावार जिम्मेदारी दी जाएगी। छत्तीसगढ़ में लोकसभा की 11 में से दस सीट पर भाजपा के सांसद हैं। भाजपा 12 जनवरी से लोकसभा चुनाव के लिए अभियान शुरू करने जा रही है।

रमन-बैस के बीच नजर आई दूरी

पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह एवं रायपुर सांसद रमेश बैस के बीच उस समय दूरियां नजर आईं, जब दिल्ली में लोकसभा के सेंट्रल हॉल में भाजपा सांसदों की बैठक चल रही थी। डॉ रमन से छत्तीसगढ़ के भाजपा सांसदों ने काफी लंबी चर्चा की, लेकिन डॉ रमन और बैस के बीच कोई चर्चा नहीं हुई। इसके बाद राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा तेज हो गई कि दोनों नेताओं के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है।

डॉ. रमन सिंह से सांसद विक्रम उसेंडी, बंशीलाल महतो, चंदूलाल साहू, कमलभान सिंह एवं लखन साहू ने चुनाव को लेकर चर्चा की। चर्चा है कि विधानसभा चुनाव से पहले से ही दोनों नेताओं में संवादहीनता की स्थिति बनी हुई है। राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में जब विधानसभा चुनाव का घोषणा पत्र जारी किया जा रहा था, उस समय भी बैस को मंच पर आमंत्रित नहीं किया गया था। बाद में समिति के संयोजक बृजमोहन अग्रवाल ने जब उनसे मंच पर आने का आग्रह किया, तब वे गए थे।