रीवा कलेक्टर की एक और पुस्तक ‘शब्द मानस’ की रिकॉर्ड तोड़ आॅनलाइन बिक्री

रीवा कलेक्टर की एक और पुस्तक ‘शब्द मानस’ की रिकॉर्ड तोड़ आॅनलाइन बिक्री

जबलपुर
रीवा कलेक्टर आईएएस ओपी श्रीवास्तव की एक और पुस्तक धार्मिक क्षेत्र के साथ प्रशासनिक गलियारों में चर्चित हो गई। ‘शिवांश से शिव तक’ के बाद श्रीराम तत्व की खोज के तहत उन्होंने ‘शब्द मानस’ पुस्तक लिखी है। पुस्तक की आॅनलाइन बिक्री रिकॉर्ड तोड़ रही है, तो वहीं कई विश्वविद्यालयों के शोधार्थियों के लिए भी पुस्तक महत्वपूर्ण हो गई है। पेशे से प्रशासनिक ओहदेदार ओपी श्रीवास्तव का अंतर तम मन-मानस आध्यात्मिक आभा से सराबोर है। गहरी आध्यात्म निष्ठा और साधना मय जीवन शैली का प्रभाव उनके द्वारा लिखित पुस्तकों के सारतत्व में उजागर होता है।

वर्तमान में रीवा में पदस्थ ओम प्रकाश श्रीवास्तव बताते हैं कि शिव तत्व के बाद उन्हें राम पर लिखने की प्रेरणा मिली, परिणामत: ‘शब्द मानस’ सबके सामने है। 16 वर्षों की रिसर्च के बाद पुस्तक शब्द सार ले पाई। लगभग 16 सौ पृष्ठों वाली इस पुस्तक में 15 हजार से ज्यादा शब्द है, जिनमें रामचरित मानस के शब्दों की व्याख्या उन्होंने की है। श्रीवास्तव अब तक तीन पुस्तकें लिख चुके हैं। इनमें ‘व्यक्तित्व के विकास में गीता की भूमिका’ (भागवत गीता पर आधारित), ‘भागवत का शास्वत संदेश’ और ‘शिवांश से शिव तक’ शामिल हैं।

वर्ष 2015 में लिखी गई शिवांश से शिव तक पुस्तक की आॅनलाइन में रेटिंग सबसे ज्यादा यानि 4.5 से अधिक है। इस पुस्तक की पृष्ठभूमि वैज्ञानिक और तर्कसंगत आधारों के साथ कैलास मानसरोवर की यात्रा से जुड़ी है। पुस्तक दर्शन के रहस्यों को रोचक ढंग से प्रस्तुत करती है। जिसमें सरल भाषा प्रवाह और रोचकता के साथ कैलास मानसरोवर का जीवंत चित्रण किया गया है।