ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस अंदाज़ में दिया शिवराज सिंह को जवाब

भोपाल
कांग्रेस के प्रदेश में सरकार बनाने का रास्ता साफ़ होते ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीजेपी के विज्ञापनों का करारा जवाब दे दिया. सिंधिया ने मीडिया में बयान दिया कि माफ़ करो शिवराज अब आया जनता का राज.
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव प्रचार अभियान के दौरान बीजेपी ने लगातार ज्योतिरादित्य सिंधिया को निशाना बनाया था. इसकी वजह यही थी कि कांग्रेस हाईकमान ने ज्योतिरादित्य को चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाकर मध्य प्रदेश भेजा था. उसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया पूरे प्रदेश में परिवर्तन यात्रा पर निकल पड़े और कांग्रेस में जान फूंकी. कार्यकर्ताओं का जोश बढ़ा और सिंधिया को हर जगह भारी समर्थन मिला.
मध्य प्रदेश की राजनीति में सिंधिया बढ़ता कद और जनता का रिस्पांस देख बीजेपी में खलबली मच गयी. कांग्रेस ने सीएम पद के लिए किसी को भी प्रोजेक्ट नहीं किया था लेकिन सिंधिया इस पद के स्वाभाविक दावेदार समझे जाने लगे. उसके बाद बीजेपी ने अपनी रणनीति बदली और पूरी तरह ज्योतिरादित्य सिंधिया पर फोकस कर दी. ज्योतिरादित्य सिंधिया की काट के तौर पर उनकी दादी और बीजेपी नेता स्व विजयाराजे सिंधिया का नाम लिया गया. बीजेपी ने उनका जन्मशती वर्ष मनाने का एलान किया.
कांग्रेस ने अपने विज्ञापनों में टैग लाइन ली 'गुस्सा आता है' और 'मामा तो गयो रे' उसका जवाब बीजेपी ने कुछ इस तरह से दिया. उसने अपने विज्ञापनों की लंबी श्रृंखला में पंच लाइन रखी- 'माफ़ करो महाराज हमारा नेता तो शिवराज'. बीजेपी नेताओं ने अपने चुनाव प्रचार अभियान में भी लगातार भाषणों में कटाक्ष किया कि कांग्रेस में उद्योगपति-राजा-महाराजा की तिकड़ी है. सभी जानते हैं कि मध्य प्रदेश की राजनीति में दिग्विजय सिंह राजा और ज्योतिरादित्य सिंधिया, महाराज के नाम से जाने जाते हैं. जबकि बीजेपी कमलनाथ को उद्योगपति कहती है.
अब जबकि मध्य प्रदेश में कांग्रेस के सरकार बनाने का रास्ता और सीन दोनों साफ हो गए हैं, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक लाइन में बीजेपी के तमाम कटाक्ष और प्रचार का जवाब दे दिया.