जीका वायॅरस से पीड़ित गर्भवती महिलाओं की हर माह होगी सोनोग्राफी: अजय बरोनिया

जीका वायॅरस से पीड़ित गर्भवती महिलाओं की हर माह होगी सोनोग्राफी: अजय बरोनिया

भोपाल
राजधानी समेत अन्य जिलों में जीका वायॅरस का खौफ बना हुआ है। 1 नवंबर से अभी तक 126 जीका के मरीज सामने आ चुके हैं। इसमें 18 गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं। इन गर्भवती महिलाओं पर जीका का खासा असर पड़ता है। स्वास्थ्य विभाग ने इन गर्भवती महिलाओं की हर माह सोनोग्राफी कराने की बात कही है, ताकि बच्चे के जन्म पर कोई असर न पड़े। इसमें स्त्री रोग विशेषज्ञ की राय ली जाएगी। 

स्वास्थ्य अधिकारी अजय बरोनिया ने बताया कि जीका पॉजीटिव गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। जीका वायरस के संक्रमण का असर बच्चें के मस्तिक पर पड़ता है। इसलिए हर माह गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी कराई जाएगी। वहीं दूसरी ओर काफी लंबे अंतराल बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने राहत की सांस ली है। इसकी बजह है जीका का कोई मरीज पॉजीटिव नहीं मिला है। दरअसल पिछले एक सप्ताह से जीका के मरीजों की संख्या में लगतार इजाफा हो रहा था। अकेले भोपाल क्षेत्र में ही 51 जीका बुखार के मरीज सामने आ चुके हैं। 

पूरे प्रदेश में इनकी संख्या में 126 तक पहुंच चुकी है। एम्स भोपाल ने 56 मरीजों की जांच रिपोर्ट सौंपी है, उसमें एक भी मरीज पॉजीटिव नहीं पाया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने एक एडवायजरी भी जारी की है। इसमें कहा गया है कि ब्लड लेने के पहलेयह देखा जाए कि उसकी टेÑवल हिस्ट्री क्या है। ब्लड बैंकों में जीका वायरस के फैलाव के मददेनजर डोनर के चयन में सावधानी बरती जाए।