कृषि विभाग की योजनाओं का लाभ ज्यादा से ज्यादा कृषकों को पहुंचाएं: आयुक्त कृषि

कृषि विभाग की योजनाओं का लाभ ज्यादा से ज्यादा कृषकों को पहुंचाएं: आयुक्त कृषि

जयपुर। कृषि आयुक्त सुचिन्मयी गोपाल ने विभागीय योजनाओं की समीक्षा कर अधिकारियों को निर्देशित किया है कि केंद्र परिवर्तित योजनाओं और राज्य बजट घोषणाओं को जल्द से जल्द पूरा करते हुए योजनाओं का लाभ ज्यादा से ज्यादा पात्र किसानों को दिया जाए जिससे प्रदेश का किसान आर्थिक रूप से मजबूत एवं खुशहाल बन सके। 
 
सुचिन्मयी गोपाल ने शुक्रवार को पंत कृषि भवन में वी.सी. द्वारा  कृषि विभाग की योजनाओं की प्रगति के संबंध में बैठक ली तथा अधिकारियों को फील्ड में जाकर योजनाओं की जानकारी किसानों को देने व बजट घोषणाओं जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिये  जिससे ग्रामीण क्षेत्र के किसानों को राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल सके। 

उन्होंने बैठक में फार्म पोण्ड, डिग्गी, सिंचाई पाइप लाईन, कृषि यंत्र, तारबंदी, गौवरर्धन जैविक उर्वरक योजना सहित केंद्रीय प्रवर्तित योजनाओं की जिलेवार वित्तीय प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने सभी जिलों में उर्वरक आपूर्ति, प्रबंधन, वितरण, प्रधानमंत्री धन धान्य योजना, राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन की प्रगति की भी समीक्षा की। 

कृषि आयुक्त ने कहा कि रबी फसल के लिए यूरिया व डीएपी पर्याप्त मात्रा में है। उन्होंने उर्वरकों का वितरण पूर्ण पारदर्शिता के साथ करने, उर्वरकों की जमाखोरी और कालाबाजारी पर विभागीय अधिकारी मुस्तैदी से नजर रखने एवं टैगिंग करने वाले उर्वरक विक्रेताओं व विनिर्माओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने मिलावट, जमाखारी और कालाबाजारी में लिप्त जाये जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। 

बैठक में अतिरिक्त निदेशक, कृषि (आदान) गोपाल लाल जाट, वित्तीय सलाहकार, कृषि होशियार सिंह, संयुक्त निदेशक, कृषि (ज.उ.प्र.) खेमराज शर्मा, संयुक्त निदेशक, कृषि (शस्य) व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे और अतिरिक्त निदेशक कृषि (विस्तार) खण्ड व जिलों से संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार) जिला परिषद वी.सी. के माध्यम से जुड़े।