श्रावण मास में जिस प्रकार धरती को मेघराज सिंचित करते हैं आपने यहां के कला प्रेमियों को सिंचित किया - सोमेश मिश्रा

श्रावण मास में जिस प्रकार धरती को मेघराज सिंचित करते हैं आपने यहां के कला प्रेमियों को सिंचित किया - सोमेश मिश्रा
श्रावण मास में जिस प्रकार धरती को मेघराज सिंचित करते हैं आपने यहां के कला प्रेमियों को सिंचित किया - सोमेश मिश्रा

श्रावण मास में जिस प्रकार धरती को मेघराज सिंचित करते हैं आपने यहां के कला प्रेमियों को सिंचित किया - सोमेश मिश्रा


प्रसिद्ध नृत्य नाटिका "राम की शक्ति पूजा" का हुआ भव्य नाट्य मंचन



22 जुलाई, मंगलवार की शाम रज़ा स्मृति 2025 की सांस्कृतिक संध्या में रानी दुर्गावती महाविद्यालय के सभागार में राम की शक्ति पूजा नृत्य नाटिका का मंचन किया गया। राम की शक्ति पूजा महाकवि निराला की कविता है जिसमें राम रावण युद्ध का वर्णन है। इस लम्बी और संश्लिष्ट कविता पर प्रख्यात कवि व्योमेश शुक्ल ने नृत्य नाटिका तैयार की है। इस लम्बी कविता की प्रमुख पंक्तियाँ नाट्य नाटिका के लिए चुनने का काम व्योमेश की माँ श्रीमती शकुन्तला शुक्ल ने किया। यह बेहद प्रभावशाली नाटिका थी जिसने दर्शकों को अचम्भे से भर दिया। इसमें राम को जब अहसास होता है कि युद्ध में शक्ति रावण के साथ है तो वे शक्ति की आराधना कर उसे अपनी तरफ़ ले आते हैं। इस नृत्य नाटिका को दर्शकों द्वारा खूब सराहा गया। स्पेशल लाइट और साउंड इफेक्ट ने भी दर्शकों को बांधे रखा। कला प्रेमियों ने नृत्य नाटिका के साथ - साथ व्योमेश शुक्ल के निर्देशन की भी सराहना की। इसके पात्र भी अपने अभिनव कौशल से इसे जीवंत बनाए हुए थे। इस दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष प्रफुल्ल मिश्रा, कलेक्टर सोमेश मिश्रा, पुलिस अधीक्षक रजत सकलेचा, सीईओ जिला पंचायत श्रेयांस कूमट द्वारा निर्देशक व्योमेश शुक्ल और उनकी टीम को सम्मानित किया। इसके अलावा स्क्रैप से मूर्ति कला के कलाकारों को भी सम्मानित किया गया।



मंडला कलेक्टर सोमेश मिश्रा ने इस कार्यक्रम को काफी पसंद किए। उन्होंने कहा कि रज़ा फाउंडेशन द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रम जो की न केवल सांस्कृतिक कला  उद्बोधन है बल्कि मंडला सहित सभी जिलों की साहित्यिक विशेषता को उजागर करता हैं। आज यहां मंच के सामने हिंदी एवं साहित्य जगत की मूर्धन्य विभूतिजन बैठे हुए हैं। जिला प्रशासन की ओर से आप सभी का बहुत-बहुत आभार कि आपने इस परंपरा को मूर्त रूप देकर जीवित रखा है। कल भारतीय नृत्य शैली भरतनाट्यम और ओडिसी नृत्य की कुछ झलकियां हम सभी को देखने को मिली। आज राम की शक्ति पूजा का पाठ का नाट्य मंचन देखने को मिला। क्योंकि मैं साहित्य से जुड़ा व्यक्ति हूं और निराला जी के नगर का भी निवासी हूं जो काव्य बोध का प्रयागराज या बोल सकते हैं कि इलाहाबादियों को जन्मजात प्राप्त हो जाती है। साहित्य में हमने आज से लगभग दशकों पहले काव्य पाठ को पढ़ा, निराला की कविता जो सभी भावों को समेटे हुए है, आज उसका मुहूर्त रूप से नाट्य मंचन ने न केवल यह हम लोगों को स्तब्ध किया बल्कि आनंदित कर दिया है कि किस प्रकार उस कविता के मंचन के साथ न्याय हुआ है आज हमें इसको देखने को मिला। पुनः इस टीम का बहुत-बहुत आभार देता हूं और एक साहित्य प्रेमी की ओर से भी धन्यवाद देता हूं कि अपने साहित्य की जो एक प्रतिमान होता है आपने न केवल उसको छुआ बल्कि उसको आप उत्तरोत्तर शिखर को ओर ले गए। अपने यहां की कला प्रेमियों को श्रावण मास में जिस प्रकार धरती को मेघराज सिंचित करते हैं आपने यहां के कला प्रेमियों को सिंचित किया।

भाजपा जिला अध्यक्ष प्रफुल्ल मिश्रा ने भी आयोजन की तारीफ करते हुए रज़ा फॉउण्डेशन से नियमित ररप से ऐसे आयोजन करने का आग्रह किया। प्रफुल्ल मिश्रा ने कहा ऐसे कार्यक्रम मंडला जिले में बार-बार आयोजित होने चाहिए, ताकि यहां की छोटी-छोटी प्रतिभाशाली कलाएँ उभर कर सामने आ सकें। मंडला की माटी में रचनात्मकता और सांस्कृतिक चेतना गहराई से बसी है, जरूरत है उन्हें मंच देने की।”उन्होंने आगे कहा कि ऐसे आयोजन समाज को जोड़ते हैं और नई पीढ़ी को अपनी परंपराओं से जोड़े रखने का माध्यम बनते हैं। उन्होंने व्योमेश शुक्ल और उनकी पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि "आज की शाम मंडला जिले के सांस्कृतिक इतिहास में दर्ज हो गई है।इस दौरान रज़ा फॉउण्डेशन के प्रबंध न्यासी अशोक वाजपेयी सहित बड़ी संख्या में कला प्रेमी उपस्थित थे। इस दौरान रज़ा फॉउण्डेशन के प्रबंध न्यासी अशोक वाजपेयी सहित बड़ी संख्या में कला प्रेमी उपस्थित थे।