8 साल की उम्र से Santa Claus पर यकीन करना बंद कर देते हैं बच्चे

8 साल की उम्र से Santa Claus पर यकीन करना बंद कर देते हैं बच्चे

क्रिसमस के मौक पर सैंटा क्लॉज का आना और बच्चों को गिफ्ट्स बांटना- यह भले ही एक स्वप्न सरीखा मिथक हो लेकिन इसमें सिर्फ बच्चे बल्कि बड़े लोग भी यकीन किया करते थे। क्रिसमस ट्री पर मोजे लटकाना ताकि सैंटा क्लॉज आकर उसमें आपका मनचाहा गिफ्ट रख दे की परंपरा सदियों पुरानी है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि अब बच्चों ने भी सैंटा क्लॉज पर यकीन करना बंद कर दिया है। हाल ही में हुए एक अंतरराष्ट्रीय सर्वे में यह बात सामने आयी कि महज 8 साल की उम्र के दुनियाभर के बच्चे सैंटा क्लॉज में यकीन करना बंद कर देते हैं।

34% वयस्क सैंटा में यकीन करना चाहते हैं
इसके अलावा इस सर्वे में यह बात भी सामने आयी है कि 34 फीसदी वयस्क ऐसे हैं जिनकी दिली ख्वाहिश यही है कि वे फादर क्रिसमस सैंटा क्लॉज में यकीन करें। यह जानते हुए भी कि सैंटा क्लॉज हकीकत में नहीं होता बहुत से यंगस्टर्स ऐसे हैं जो अब भी सैंटा में यकीन करते हैं। इस सर्वे में यह बात भी सामने आयी है कि बच्चों को यह कहकर डराना- कि अगर वे बदमाशी करेंगे तो सैंटा की बदमाश बच्चों वाली लिस्ट में शामिल हो जाएंगे और फिर उन्हें कोई गिफ्ट नहीं मिलेगा वाली बात भी ज्यादातर बच्चे यकीन नहीं करते।

सैंटा के प्रति बदली लोगों की सोच
यूके की यूनिवर्सिटी ऑफ एग्जिटर के साइकॉलजिस्ट प्रफेसर क्रिस बॉयल ने दुनियाभर के लोगों से पूछा कि वे उन्हें बताएं कि उनकी सोच सैंटा के प्रति कैसे बदली, जब उन्हें पता चला कि सैंटा हकीकत में वैसा नहीं है जैसा उसके बारे में कहा जाता है और क्या इस बात का पता चलने पर अपने पैरंट्स में उनका विश्वास कम हुआ? इस मामले में बॉयल को दुनियाभर से 1200 रिस्पॉन्स मिले जिसमें ज्यादातर वयस्क थे जिन्होंने सैंटा को लेकर अपने बचपन की यादों को शेयर किया।

72% पैरंट्स बच्चों को सैंटा के बारे में बताते हैं
इस स्टडी के नतीजे बताते हैं कि 50 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जो सैंटा में यकीन नहीं करते जबकि 34 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जो यह जानते हुए भी कि सैंटा नहीं है वे चाहते हैं कि वे सैंटा में यकीन करें। सर्वे में शामिल करीब 34 प्रतिशत लोगों ने जवाब दिया कि सैंटा में यकीन करने की वजह से बचपन में उनका व्यवहार और बेहतर हुआ जबकि 47 प्रतिशत का कहना था कि सैंटा के होने या न होने से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ा। स्टडी के मुताबिक सैंटा में यकीन करना बंद कर देने की औसत उम्र 8 साल है। करीब 72 प्रतिशत पैरंट्स ऐसे हैं जो यह जानते हुए भी कि सैंटा क्लॉज एक मिथक है खुशी-खुशी अपने बच्चों को उनके बारे में बताते हैं।