परिजनों ने पुलिस पर लगाया रिश्वत का आरोप

परिजनों ने पुलिस पर लगाया रिश्वत का आरोप

खरगोन 
मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के कसरावद थाना क्षेत्र के उटावद में जप्त इमल्शन एक्सप्लोसिव रॉड के आरोपी द्वारा आज तड़के आत्महत्या कर लिए जाने के उपरांत परिजनों ने पुलिस पर रिश्वत मांग कर दबाव बनाने के आरोप लगाए। आज ग्राम उटावद से मृतक संजय जायसवाल (40) के भाई अजय तथा अन्य ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन सौंपा और बताया कि 26 अक्टूबर को आबकारी विभाग द्वारा दी गई दबिश में जंगल से प्राप्त एक्सप्लोसिव एमल्शन रॉड के लिए संजय को जिम्मेदार मानते हुए उसके विरुद्ध विस्फोटक अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया था। इसमें मामले के जांच अधिकारी आर के यादव द्वारा प्रकरण को कमजोर करने तथा जमानत जल्दी दिलवा देने के नाम पर तीन लाख रुपये की मांग की थी। कल रात्रि भी राशि की मांग कर संजय को गिरफ्तारी हेतु पेश करने के लिये कहा गया था।

ज्ञापन में बताया गया है कि रिश्वत की मांग और गलत प्रकरण दर्ज कर लिए जाने के चलते मानसिक दबाव में आए संजय ने आज तड़के कीटनाशक पी लिया। उसे अस्पताल ले जाए जाने पर चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने घटना के विवेचना अधिकारी आर के यादव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। कसरावद के थाना प्रभारी सौरभ बाथम ने बताया कि संजय के विरुद्ध आबकारी एक्ट के तहत तथा शासकीय कार्य में बाधा के तहत 3 प्रकरण पूर्व में दर्ज हैं और 26 अक्टूबर की शाम आबकारी विभाग ने उसके घर तथा उसके घर के पास से इमल्शन  एक्सप्लोसिव  की 152 रॉड जप्त की थी।

आबकारी विभाग द्वारा सूचित किए जाने पर पुलिस ने मौके पर जाकर आवश्यक कार्रवाई करने के उपरांत संजय के विरुद्ध विस्फोटक अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया था जिसमे 10 वर्ष तक की सजा का प्रावधान है । बाथम ने कहा कि प्रथम दृष्टया गिरफ्तारी के भय से आत्महत्या कर लिए जाने की बात सामने आई है। दूसरी ओर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शशिकांत कनकने ने बताया कि संजय ने गिरफ्तारी और जेल जाने के भय की वजह से आत्महत्या की है और परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच भी कराई जा रही है।  उन्होंने बताया कि जांच के तयों के आधार पर आगामी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।