आजमी की मांग हज यात्रा को करें GST से मुक्त

बस्ती आल इण्डिया हज सेवा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केन्द्रीय हज कमेटी के पूर्व सदस्य हाजी नौशाद अहमद आजमी ने कहा कि हज यात्रियों से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) हटाने की केन्द्र सरकार से मांग की गई है। आजमी ने पत्रकारों से कहा कि जीएसटी लगने से हज यात्रा 25 से 40 हजार रूपए प्रति व्यक्ति महंगी हो गया है। उन्होंने बताया है कि केन्द्र सरकार द्वारा एयर इण्डिया को दी जाने वाली हज सब्सिडी भी समाप्त कर दी गई है और 18 प्रतिशत जीएसटी की मार से हज यात्रा बहुत महंगा हो गया है। उन्होंने मांग की है कि हज यात्रियों के किराए का ग्लोबल टेंडर होना चाहिए। उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में बताया है कि हज यात्रियों के किराए का निर्धारण एयर इण्डिया द्वारा मनमानी ढंग से किया जाता है। वाराणसी से 92 हजार, लखनऊ से 80 हजार, दिल्ली से 74 हजार, गया से एक लाख 4 हजार, रांची से एक लाख 13 हजार रूपए किराया रखा गया है। यह हज यात्रियो के साथ अन्याय किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि देश से इस वर्ष एक लाख 80 हजार हज यात्री हज करने जाएंगे। हज यात्रियों पर जीएसटी लगा देने से हज यात्रियों द्वारा 5 से 6 करोड़ रूपया अधिक अदा किया जाएगा। आजमी ने कहा है कि ग्लोबल टेडर होने से एयर इण्डिया द्वारा जो किराया लिया जाता है उसके आधे किराए में हज यात्रा हो जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार हज यात्रियों से ली जाने वाली जीएसटी समाप्त कर हज यात्रियों को शोषण से बचाएं।