जनसमस्याओं व मांगो के निराकरण के लिए बिछिया विधायक ने दिया धरना

जनसमस्याओं व मांगो के निराकरण के लिए बिछिया विधायक ने दिया धरना
जनसमस्याओं व मांगो के निराकरण के लिए बिछिया विधायक ने दिया धरना

जनसमस्याओं व मांगो के निराकरण के लिए बिछिया विधायक ने दिया धरना

बिजली पानी संकट निराकरण, कर वृद्धि वापस लेने सहित बिछिया में बायपास निर्माण की मांग

मण्डला - सड़क से लेकर सदन तक जनता के हक़ और अधिकारों की लड़ाई लड़ने वाले बिछिया विधानसभा के विधायक नारायण सिंह पट्टा 30 अप्रैल शनिवार को अपने विधानसभा क्षेत्र की जनसमस्याओं व जनमांगो को लेकर बिछिया मुख्यालय में धरने पर बैठ गए। उनके साथ सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता व आम नागरिक भी इस धरना प्रदर्शन में सम्मिलित हुए। आम जनता के लिए अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि है। सरकार से लेकर प्रशासन तक सब कुछ जनता के लिए ही है लेकिन जब यह तंत्र आम जनता के हितों की उपेक्षा करने लगे उनकी अनदेखी करने लगे तो शासन और प्रशासन के इस तंत्र को पटरी पर लाने के लिए सड़क से लेकर सदन तक आवाज उठाने के साथ धरना और आंदोलन करने ही पड़ते हैं। 

दोगुनी कर वृद्धि एक तानाशाही कदम -
विधायक नारायण सिंह पट्टा कि आज प्रदेश की भाजपा सरकार और प्रशासन ने आम जनता को समस्याओं के मकड़जाल में उलझा दिया है इसके साथ ही जनता का बेहिसाब आर्थिक शोषण भी किया जा रहा है। बिछिया नगर परिषद का दोगुना कर बढ़ाने का निर्णय भी ऐसा ही एक तानाशाही कदम है जो जनता की जेब पर डाका डालने जैसा है। इस परिषद के कार्यकाल में बिछिया नगर की स्तिथि अत्यंत दयनीय हो गई है अब यहां आंदोलन और क्रांति की जरूरत है जिसकी शुरुआत हमने कर दी है। बिछिया नगर की जनता की हर लड़ाई हम हर स्तर पर लड़ने को तैयार हैं।विकराल हुआ बिजली पानी का संकटप्रदेश की सरकार आम जनता को बिजली पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं देने में तक नाकाम हो गई है। अघोषित बिजली कटौती ने इस भीषण गर्मी में आम नागरिकों को हलाकान कर दिया है। दूरस्थ ग्रामों में तो कई दिनों तक बिजली बंद रह रही है। हालात ये चुके हैं कि पेयजलापूर्ति और सिंचाई के लिए जनता परेशान है। सालों से स्वीकृत कार्यों को बिजली विभाग शुरू नहीं करवा पा रहा है और ऊपर से बढ़ी हुई बिजली दरों का आर्थिक बोझ जनता के ऊपर थोपा जा रहा है। बिछिया नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संकट विकराल हो चुका है। गांवों में पीने का पानी नहीं मिल रहा है, आज भी जनता मीलों तक पैदल चलकर पानी लाने को मजबूर है। जलजीवन मिशन के कार्य लापरवाही और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ते जा रहे हैं, अरबों रुपये खर्च किये जा चुके हैं पर जनता को अबतक पेयजल नहीं मिल सका है। ये सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है और इस फेल सरकार व फेल प्रशासन के विरुद्ध हमने सड़क पर लड़ाई लड़ने का बिगुल फूंक दिया है। जनता के अधिकार मिलने तक यह लड़ाई चलती रहेगी और गांव गांव तक पहुंचेगी।घोषणा के बावजूद सीएम नहीं बनवा पाए बिछिया बायपासप्रदेश के घोषणावीर मुख्यमंत्री ने 2017 में नगर परिषद चुनाव के प्रचार में बिछिया आकर भाजपा प्रत्याशी को जिताने के लिए भरे मंच से बिछिया बायपास निर्माण की घोषणा की थी जनता ने भरोसा करके उनके प्रत्याशी को जिता भी दिया लेकिन हमेशा की तरह हमारे बिछिया की जनता ठगी गई, आज 5 साल होने जा रहे हैं लेकिन बायपास निर्माण तो दूर बायपास निर्माण की मांगों को तक नहीं सुना जाता है। अब यह नहीं चलेगा, मुख्यमंत्री ने जनता जनार्दन को धोखा दिया है अब जनता मुख्यमंत्री के खिलाफ सड़कों पर उतरेगी, आज हमने धरना देकर शुरुआत कर दी है अब आगे जनआंदोलन होगा, चक्काजाम भी होगा।

ये रहे उपस्थित - 
इस दौरान ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष प्रदीप गोस्वामी, जोश सिंह ठाकुर, जिला महामंत्री अशोक राजपूत, राजेंद्र साहू, दादूलाल जंघेला, रमेश नंदा, जितेंद्र दीक्षित, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मवई रानू हरदहा, युवा कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष विकास साहू, युवा कांग्रेस विधानसभा उपाध्यक्ष शशांक गोस्वामी, झुन्ना ठाकुर, टेकराम राय, विनीत तांडिया, निखिल राजपूत, नारायण सिंह ठाकुर, चमन यादव, रामनाथ सरोते, कलीराम मार्को, नीरज मिश्रा, मुकेशपुरी गोस्वामी, चुन्नू चौरसिया, नवराज सिंह राजपूत, अरविंद झरिया, दीपक भलावी, अवधेश ठाकुर, विनोद यादव, कमलेश मरावी, रम्मू ठाकुर, अरुण पांडे, महेंद्र यादव, अक्षत झरिया, सुरेश साहू, गीता राजपूत, त्रिवेणी तेकाम, गुन्नूराम यादव, लता श्रीवास, लता ठाकुर, करण राजपूत, गोलू कार्तिकेय सहित बड़ी संख्या में अन्य कांग्रेस पदाधिकारी कार्यकर्ता व सैकड़ों की संख्या नागरिकों की उपस्थिति रही।