हैंगओवर उतारने के लिए क्या करना चाहिए, जानें

हैंगओवर उतारने के लिए क्या करना चाहिए, जानें


तासीर में गर्म, गुणों में औषधि और स्वाद में कड़वा होता है इसका जूस। लेकिन जब सही तरीके से तैयार किया जाए तो टेस्ट भी देता है और हैंगओवर भी उतारता है करेला। जब कभी रात का नशा उतरने का नाम ना ले तो आप इसे ट्राई कर सकते हैं...

-चाहे आप करेले की सब्जी का सेवन करें या करेले के जूस का। इसका उपयोग सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। जैसा कि हमने आपको बताया कि करेले की तासीर गर्म होती है। अपनी इसी प्रकृति के कारण यह शरीर में रक्त का प्रवाह तेज करता है।

-जब शरीर में ब्लड सर्कुलेशन (Blood Circulation) अच्छी तरह से होता है तो शरीर में ऑक्सीजन का फ्लो बढ़ता है। ऑक्सीजन ही हमारे शरीर को ऊर्जा देने का काम करती है और हम ऐक्टिव और फ्रेश फील करते हैं। यही कारण है कि करेले का जूस रात का हैंगओवर उतारने में रामबाण की तरह काम करता है।

- लेकिन अगर आप करेले की सब्जी या इसके जूस का अधिक मात्रा में सेवन करते हैं तो यह लूज मोशन, पेट में जलन और खट्टी डकार की वजह भी बन सकता है। वहीं अगर इसका सीमित मात्रा में उपयोग करेंगे तो करेला इन समस्याओं को दूर करने का काम भी करता है!

-जी हां, जो करेला अधिक मात्रा में खाने पर आपको कई रोग दे सकता है, वही करेला और उसका जूस यदि सीमित मात्रा में लिया जाए तो कई रोग ठीक भी करता है। भारत के लगभग हर हिस्से में करेला किसी ना किसी रूप में बनाया और खाया जाता है। इनमें, जूस के साथ ही सब्जी, अचार और चिप्स शामिल हैं।

-आप जानते हैं कि इस समय कोरोना वायरस का संक्रमण (Coronavirus Infection) बहुत तेजी के साथ फैल रहा है। इसका असर हमारे श्वसनतंत्र के साथ ही लिवर, किडनी और हृदय पर भी देखने को मिल रहा है। लेकिन करेले का जूस ना केवल आपको कोरोना से बचाने में सहायक है बल्कि जिन्हें कोरोना होकर ठीक हो चुका है, उन लोगों को इस बीमारी के दुष्प्रभावों से भी बचाता है।

-करेले का जूस लिवर की गहराई से सफाई करने का काम करता है। यानी आप इसे लिवर डिटॉक्सिफिकेशन का सबसे अच्छा घरेलू तरीका कह सकते हैं। जब लिवर ठीक से काम करता है तो हमारे शरीर पर जल्दी से कोई बीमारी असर नहीं डाल पाती है।

-कोरोना से बचने के लिए सबसे अधिक बात जिस चीज को लेकर की गई है वह हर व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी कि इम्युनिटी (Immunity)। जो लोग नियमित रूप से सीमित मात्रा में करेले के जूस का सेवन करते हैं, उन्हें वायरल इंफेक्शन होने की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है।

-हम समझ सकते हैं कि हर दिन करेले का जूस तैयार करना और इसका सेवन, आसान काम नहीं है। लेकिन आप सप्ताह में मात्र तीन दिन इसका जूस पी सकते हैं और सब्जी खा सकते हैं। इससे आपके शरीर के रक्त का शुद्धिकरण होता रहेगा।

-अगर आपको कोई रोग नहीं है लेकिन आप खुद को अधिक स्वस्थ बनाना चाहते हैं ताकि कोई संक्रमण आप पर हावी ना हो तो आप बीच-बीच में एक या दो दिन छोड़कर लगातार सात बार करेले के जूस का सेवन करके देखें। आपको खुद अपने अंदर परिवर्तन दिखाई देगा। आप दो हफ्ते में 7 बार इस जूस को पीने का टारगेट भी रख सकते हैं। यानी एक दिन छोड़कर अगले दिन।