मानव सेवा की अनोखी मिसाल पेश, मुंगेली जिले की डिप्टी कलेक्टर ने हर महीने एक दिन की सैलरी CM सहायता कोष में करेंगी जमा

मानव सेवा की अनोखी मिसाल पेश, मुंगेली जिले की डिप्टी कलेक्टर ने हर महीने एक दिन की सैलरी CM सहायता कोष में करेंगी जमा

मुंगेली
छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले की डिप्टी कलेक्टर अनुराधा अग्रवाल ने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जारी जंग में मानव सेवा की अनोखी मिसाल पेश की. अब कई अधिकारी उनके इस पहल की तारीफ कर रहे हैं. मुंगेली में पदस्थ डिप्टी कलेक्टर अनुराधा अग्रवाल ने अपने वेतन से हर महीने एक दिन की सैलरी मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा कराने की बात कही है. सचिव के नाम मुंगेली कलेक्टर को उन्होंने एक आवेदन भी दिया है.

डिप्टी कलेक्टर अनुराधा अग्रवाल ने सचिव के नाम लिखे आवेदन में यह सहयोग सेवानिवृत्त (सेवानिरवृत) यानी रिटायरमेंट तक करने की बात लिखी है. साथ ही यह भी लिखा है कि उन्हें वेतन हर महीने एक दिन का कटौती कर दिया जाए जब तक उनकी सेवाएं रहेंगी और हर महीने एक दिन के वेतन की राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा कराई जा, जिससे कोरोना संक्रमित लोगों के लिए कुछ मदद हो जाए.

वहीं अपने इस प्रयास के लिए अनुराधा अग्रवाल ने बताया कि अपने पति और बच्चे से प्रेरणा लेकर यह कार्य कर रही हैं. डिप्टी कलेक्टर अनुराधा अग्रवाल की ड्यूटी ट्रेन, बसों से दूसरे राज्यों से वापस आ रहे मजदूरों की मॉनिटरिंग में लगी है. उनका कहना है कि रोज टीवी, अखबारों में मजदूरों को इतनी परेशनियां सहकर वापस आते देखकर मन द्रवित हो जाता था. फिर मन में आया कि छत्तीसगढ़ राज्य के इन मजदूरों के लिए क्या किया जाए. फिर वेतन को लेकर ख्याल आया और ऐसे फैसला लिया. अनुराधा की मानें तो वे ये सहयोग अपना कर्तव्य मानकर कर रही हैं.

वहीं कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने डिप्टी कलेक्टर के इस सहयोग की जमकर तारीफ करते हुए अनुकरणीय बताया है. गौरतलब है कि दिव्यांग डिप्टी कलेक्टर अनुराधा अग्रवाल के हौसले काफी बुलंद हैं. कौन बनेगा बनेगा करोड़पति के हॉटसीट पर सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के सवालों का सटीक जवाब देते हुए 12 लाख से ज्यादा की राशि जीत कर आई थी और मुंगेली का नाम रोशन किया था.