घर की सजावट में रखें वास्तु के इन नियमों का विशेष ध्यान

घर की सजावट में रखें वास्तु के इन नियमों का विशेष ध्यान

घर या कार्यालय में सकारात्मक ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने के लिए जरूरी है कि आपका भवन वास्तु अनुरूप बना हो। हमारी अच्छी-बुरी सोच के लिए भी हमारे निवास स्थल का वास्तु ही जिम्मेदार होता है। सकारात्मक सोच की उत्पत्ति हमारे आवास अथवा व्यावसायिक स्थल पर मौजूद सकारात्मक ऊर्जा पर निर्भर करती है। वास्तु को ठीक रखने में घर की साज-सज्जा की अहम भूमिका होती है। हमें शयन कक्ष, रसोई, पढ़ाई का कमरा या शौचालय तक ही वास्तु को सीमित नहीं रखना चाहिए बल्कि घर में अलग-अलग जगहों पर की गई साज-सज्जा का भी हमारे जीवन में बहुत असर पड़ता है।

प्रवेश द्वार पर ज्यादा तड़क-भड़क वाली तस्वीरें न लगाकर शुभ प्रतीक चिन्ह जैसे स्वस्तिक,ॐ ,कलश, पवन घंटी,शंख, मछलियों का जोड़ा या आशीर्वाद मुद्रा में बैठे गणेशजी लगाना सर्वोत्तम रहता है।

शयनकक्ष में पूजाघर या दिवंगतों की तस्वीर नहीं होनी चाहिए। इससे वास्तुदोष उत्पन्न होता है। इसके विपरीत दो हंसों या दो लव बर्ड्स की तस्वीर ही मास्टर बैडरूम में होनी चाहिए। मधुर दांपत्य के लिए राधा-कृष्ण की तस्वीर लगाना सकारात्मक होगा।

जानवरों की छवियां कठोरता, वीभत्स्ता और लालच का प्रतीक हैं अतः सज्जा में इनकी अवेहलना की जानी चाहिए। घर में जिन अन्य तस्वीरों को लगाना अनुचित माना गया है,वे हैं युद्ध के रक्तरंजित दृश्य, उजाड़ लैंडस्केप, सूखे पेड़ एवं अवसाद फैलाने वाले दृश्य।

जिन जानवरों की तस्वीरों का लगाना शुभ है उनमें घोड़ों की तस्वीर शामिल है। घोड़े बलिष्ठता, विस्तार, गति और पौरुष का प्रतिनिधित्व करते हैं। ऑफिस में टेबल पर घोड़े का शोपीस लगाने से काम में गति आती है। शांति और प्रचुरता की प्रतीक गाय और बल व धैर्य के प्रतीक हाथी की तस्वीरें लगाने से भी घर को सौम्यता मिलती है।

बच्चों के अध्ययन कक्ष में उत्तर या पूर्व दिशा में विद्या की देवी माँ सरस्वती का चित्र लगाना चाहिए। इसी दिशा में मुख करके पढ़ने से पढाई में रूचि जागृत होती है। इसके अलावा मोर,वीणा,कलम, पुस्तक,हंस या मछली के चित्रों में से कोई भी एक चित्र लगा सकते हैं। उत्तर दिशा में जम्पिंग डॉल्फिन या मछलियों के जोड़े की फोटो  लगाने से करियर में सफलता प्राप्त करने में मदद मिलती है।

घर में टूटे हुए बर्तन, बंद पड़ी घड़ियाँ इनको जल्दी से जल्दी हटा देना चाहिए ये दुर्भाग्य का सूचक हैं। दीवारों पर से उड़ा हुआ पेंट या दरार नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा मकड़ी के जाले घर में नकारात्मकता फैलाते है इन्हें लगने न दें।

घर में सकारात्मक माहौल बनाने के लिए सबसे अच्छा उपाय है घर को साफ़ और सुगन्धित रखना। इसके लिए अगरबत्ती, इत्र, परफ्यूम आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं। जहाँ साफ-सफाई होती है, वहां सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और महालक्ष्मी का वास होता है।