CM हेल्पलाइन में लापरवाही की सजा, तीन सब इंजीनियर निलंबित, कुछ के कटे वेतन

ग्वालियर
CM हेल्पलाइन की जून माह की रैंकिंग में प्रदेश में फिसड्डी रहने का मामले का असर आज ग्वालियर में देखने को मिला। अवकाश से लौटे निगम आयुक्त ने आज अधिकारियों की बैठक बुलाई और लापरवाही पर सबको जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने कहा कि प्रदेश की नगर निगमों में सबसे नीचे 16 वा स्थान आना शर्म की बात है। उन्होंने CM हेल्पलाइन प्रकरणों के निपटारे में लापरवाही। बरतने वाले तीन सब इंजीनियरों को निलंबित कर दिया वहीं तीन सब इंजीनियरों के 7 -7 दिन के वेतन काटने के निर्देश दिए।
निगम आयुक्त संदीप माकिन ने कहा कि आमजनों की समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए CM हेल्पलाइन व्यवस्था है इसमें लापरवाही बिलकुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी ।आयुक्त ने बुधवार को नगर निगम मुख्यालय पर सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान जून माह में की ग्रेडिंग में 396 तथा जुलाई माह में 442 शिकायतें अनअटेंड पायी गंई । सर्वाधिक अनअटेंड शिकायतें सब इंजीनियरों विष्णुपाल की जून माह में 70 तथा जुलाई माह में 27 पायी गईं। इसके बाद सब इंजीनियर सतेन्द्र उपाध्याय की जून माह में 44 एवं जुलाई में 7 शिकायतें तथा सब इंजीनियर प्रमोद कुमार अष्टपुत्रे की जून माह में 42 एवं जुलाई माह में 20 शिकायतें अनअटेंड होकर लेवल 1 से लेवल 2 पर पहुँच गई। लापरवाही सामने आने के बाद आयुक्त ने सब इंजीनियर विष्णु पाल, प्रमोद अष्टपुत्रे और सत्येन्द्र उपाध्याय को निलंबित करने के निर्देश दिये तथा सब इंजीनियर पवन मल्होत्रा, सब इंजीनियर बी एस भदौरिया एवं सब इंजीनियर पुनीत राजपूत की भी अनेक शिकायतें अनअटेंड पायी गईं। जिसको लेकर इन तीनों इंजीनियरों 7-7 दिन का वेतन काटने के निर्देश आयुक्त ने दिए । समीक्षा में सामने आया कि सब इंजीनियर राजेश श्रीवास्तव द्वारा शिकायतों के निराकरण में लापरवाही पाई गई जिसको लेकर उन्हें मुख्यालय अटैच करने के निर्देश दिये गए। निगम आयुक्त ने कहा कि सीएम हेल्पलाइन में प्राप्त शिकायतों के निराकरण में ग्वालियर नगर निगम की स्थिति खराब है। समीक्षा के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भी नाराजगी व्यक्त की गई है। निगम के कई अधिकारियों द्वारा हेल्पलाइन में प्राप्त शिकायतों को न देखने तथा समय पर निराकरण न करने की शिकायत मिली है। यह स्थिति ठीक नहीं है।
सभी अधिकारी शिकायतों के निराकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। कोई भी शिकायत बिना अटेण्ड पाई गई तो संबंधित अधिकारी के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई की जायेगी। आयुक्त श्री माकिन ने सभी विभागीय अधिकारियों को भी निर्देशित किया है कि प्रतिदिन सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों का अवलोकन कर उनका निराकरण सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा है कि शिकायतों का निराकरण संतोषप्रद होना चाहिए। सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों की निगम में प्रत्येक सप्ताह समीक्षा की जायेगी। समीक्षा के दौरान लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारी को दण्डित किया जायेगा।