देवभूमि में कुदरत कोप, 58 सेकेंड में काल के गाल में समा गई कई जिंदिगियां

देवभूमि में कुदरत कोप, 58 सेकेंड में काल के गाल में समा गई कई जिंदिगियां

उत्तरकाशी। उत्तराखंड, जिसे देवभूमि भी कहा जाता है, के धराली गांव में बादल फटने से भीषण तबाही आ गई। इस कुदरत के भयंकर क्रोध में कई लोगों की मौत की आधिकारिक पुष्टि हुई है, जबकि 130 लोग रेस्‍क्‍यू किए गए हैं। देखते ही देखते धराली गांव में सैंकडों लोग लापता हैं। प्रशासन के मुताबिक, शनिवार दोपहर करीब डेढ़ बजे खीरगंगा नदी के ऊपर बादल फट गया, जिसके बाद वहां हाहाकार मच गया। चंद सेकंड के अंदर सैलाब के साथ लाखों टन मलबा धराली गांव पहुंच गया। इसके बाद वहां कोहराम मच गया। जान बचाने के लिए लोगों में चीख पुकार मच गई, लेकिन बिजली की रफ्तार से पहुंचे सैलाब ने 58 सेकंड में पूरे गांव को निगल लिया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहुंचे उत्तरकाशी 

बता दें कि इस भीषण तबाही के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज उत्तरकाशी पहुंच गए हैं। धामी नुकसान का जायजा लेने पहुंचे हैं। 
धरती हिल गई, पहाड़ फट पड़े, और ज़िंदगी थम गई... उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले के धराली गांव में शनिवार दोपहर बादल फटने से जो तबाही मची, उसने सैकड़ों परिवारों की दुनिया उजाड़ दी। सिर्फ 58 सेकंड में गांव मलबे के नीचे दब गया। न किसी को भागने का मौका मिला, न बचाने का।

तबाही का समय:

शनिवार दोपहर 1:30 बजे
स्थान: खीरगंगा नदी के ऊपर पहाड़
घटना:बादल फटना और भारी मलबे का बहाव
अब तक का सरकारी आंकड़ा:
4 लोगों की मौत की पुष्टि
130 से अधिक लोग रेस्क्यू
कई लोग लापता और मलबे में दबे होने की आशंका

सब कुछ मिटटी में मिल गया

जैसे ही बादल फटा, खीरगंगा नदी में अचानक लाखों टन मलबा और पानी आ गया, जो तेजी से धराली गांव की ओर बह निकला। बाजार, होटल, दुकानें और घर — जो रास्ते में आया सब कुछ मिट्टी में मिल गया।

हवा में गूंज रही थीं लोगों की चीखे

लोगों की चीखें हवा में गूंज रही थीं —अरे भागो! मामा! मां, कुछ करो! फोन कर ले पागल, फोन कर!लेकिन बिजली से तेज रफ्तार सैलाब ने किसी को सोचने तक का समय नहीं दिया।

मलबे में में तब्दील धराली गांव

मलबे में दबी ज़िंदगी
धराली गांव दो हिस्सों में बंट चुका है।
बड़े-बड़े मकान और होटल ऐसे बह गए जैसे तिनके हों।
नदी के किनारे बसा ये शांत गांव अब सिर्फ मलबे का मैदान बन चुका है।
हर दिशा में सिर्फ तबाही के निशान हैं।

रेस्क्यू के लिए 10 मिनट में पहुंची सेना की टुकड़ी

सेना की टुकड़ी 10 मिनट के अंदर मौके पर पहुंची
NDRF, SDRF और पुलिस लगातार रेस्क्यू में जुटी
प्रशासन अलर्ट मोड पर है
कई रास्ते बंद, आवाजाही रुकी

सब कुछ मोबाइल में कैद

कुछ लोगों ने पहाड़ी से बहते इस सैलाब को मोबाइल में रिकॉर्ड किया।
वीडियो में चीख-पुकार, गिरते मकान और बहते लोग साफ दिखते हैं।
चश्मदीद बोले – “इतनी मौत पहले कभी नहीं देखी

क्या कहते हैं चश्मदीद 

बहुत लोग मरे हैं भाई... कोई नहीं भाग पाया।
घर के अंदर लोग जिंदा दब गए, कोई पता नहीं कितने मरे हैं।

पीएम और गृहमंत्री की संवेदना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी से बात कर हरसंभव मदद*का भरोसा दिया है।

उठते सवाल...

क्या मौसम विभाग ने समय पर चेतावनी दी थी?
क्या पर्यटन और निर्माण कार्यों से खतरा और बढ़ा?
और सबसे बड़ा सवाल – क्या हम फिर तैयार नहीं थे?

अंतिम पंक्तियाँ:

धराली की यह आपदा सिर्फ एक घटना नहीं,
यह एक चेतावनी है – जो अगर अब भी नहीं सुनी गई,
तो अगला नंबर किसी और गांव का होगा।

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