जोधपुर में दो समुदायों में विवाद, इस्लामिक झण्डा लगाने को लेकर हुआ विवाद

जोधपुर में दो समुदायों में विवाद, इस्लामिक झण्डा लगाने को लेकर हुआ विवाद

जोधपुर, राजस्थान के जोधपुर में सोमवार देर रात भगवा झण्डा हटाकर इस्लामिक झण्डा लगाने को लेकर दो समुदायों के बीच हुआ विवाद मंगलवार को एक बार फिर भड़क उठा। मंगलवार सुबह नमाज पढ़कर वापस लौट रहे युवकों ने पत्थरबाजी और आगजनी की। वाहनों में तोड़फोड़ कर दो दर्जन बाइकों को आग के हवाले कर दिया। तीन एटीएम में तोड़फोड़ की गई। भाजपा विधायक सूर्यकान्ता व्यास के घर के बाहर खड़ी बाइक को आग लगा दी गई। चाकू से हमला कर एक युवती को घायल कर दिया। उपद्रवियों पर काबू पाने के लिए पुलिस ने पहले लाठीचार्ज किया और फिर आंसूगैस के गोले छोड़े। जोधपुर जिले में इंटनेट बन्द कर दिया गया है।

केन्द्रीय मंत्री ने हनुमान चालीसा का पाठ किया
केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने शहर में घूमकर लोगों से मिले। उन्होंने समर्थकों के साथ हनुमान चालीसा का पाठ किया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ नारेबाजी भी की गई। उपद्रवियों की पत्थरबाजी में सोमवार रात और मंगलवार सुबह तक चार पुलिसकर्मी, आधा दर्जन स्थानीय नागरिक और मीडियाकर्मी घायल हुए हैं। गृहराज्य मंत्री राजेन्द्र यादव व अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक हवा सिंह को जयपुर से जोधपुर भेजा गया है। शहर में तनाव बरकरार है

भगवा झण्डा उतारकर इस्लामिक झण्डा लगा दिया 
मुख्यमंत्री के गृह नगर में सोमवार रात करीब 12 बजे जालौरी गेट चौराहे पर बने बालमुकुंद बिस्सा सर्किल से भगवा झण्डा उतारकर इस्लामिक झण्डा लगा दिया गया। ईद से एक दिन पहले लाउडस्पीकर भी लगाए गए। इस्लामिक झण्डा लगाए जाने का दो युवकों ने विरोध किया तो भीड़ ने उनके साथ मारपीट की। सूचना मिलते ही दोनों समुदायों के लोग एकत्रित हो गए।एक समुदाय विशेष के लोगों ने दूसरे समुदाय के लोगों पर अचानक पथराव करना शुरू कर दिया। घरों की छतों से हरे रंग किए हुए पत्थर फेंके गए। इससे पुलिस उप अधीक्षक भुवनभुषण, उदयपुर मंदिर थाना अधिकारी अमित सिहाग सहित चार पुलिसकर्मी, कुछ मीडियाकर्मी व स्थानीय लोग घायल हो गए। सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा। समझा कर मौके पर शांति स्थापित करवाई गई। 

रात करीब डेढ़ बजे पत्थरबाजी
रात करीब डेढ़ बजे उपद्रवी फिर जालौरी गेट व ईदगाह क्षेत्र एकत्रित हुए और पत्थरबाजी शुरू कर दी। इस पर पुलिस ने पहले लाठीचार्ज और फिर आंसूगैस छोड़ी। तनाव के बीच मंगलवार को शहर में ईद की नमाज सम्पन्न हुई। नमाज पढ़कर लौट रहे करीब दो सौ लोगों की भीड़ ने जालौरी गेट पर पत्थरबाजी शुरू कर दी, वाहनों में आग लगा दी, पुलिसकर्मियों व अन्य लोगों के साथ मारपीट की गई। इस पर पुलिस ने दूसरे दिन भी लाठीचार्ज करने के साथ ही आंसूगैस के गोले छोड़े ।

ईद के कारण दो दिन पहले ही कर लिया परशुराम जयंती कार्यक्रम 
सोमवार रात उपद्रवियों द्वारा की गई मारपीट के शिकार हिंमाशु व रणजीत ने बताया कि शहर में परशुराम जयंती के उपलक्ष्य में भगवा झण्डे लगाए गए थे। कार्यक्रम आयोजित होना था। लेकिन परशुराम जयंती के दिन ईद होने के कारण दो दिन पहले ही कार्यक्रम आयोजित कर लिया गया था। प्रशासन की सलाह पर अधिकांश स्थानों से भगवा झण्डे भी हटा लिए गए थे। बालमुकुंद बिस्सा सर्किल पर एक झण्डा हटाने से रह गया था। एक समुदाय विशेष के लोगों ने इस झण्डे को नीचे फेंक कर इस्लामिक झण्डा लगाया, जिसका हमने विरोध किया था उन्होंने हमारे साथ मारपीट की। पथराव शुरू कर दिया। इन लोगों ने पुलिस के बेरिकेड्स गिरा दिए।

गहलोत ने शांति की अपील की
गहलोत ने मंगलवार को अधिकारियों के साथ बैठक की। गहलोत ने कहा, जोधपुर पर दो गुटों में झड़प से तनाव पैदा होना दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रशासन को हर कीमत पर शांति एवं व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। जोधपुर, मारवाड़ की प्रेम एवं भाईचारे की परंपरा का सम्मान करते हुए मैं सभी पक्षों से मार्मिक अपील करता हूं कि शांति बनाए रखें एवं कानून-व्यवस्था बनाने में सहयोग करें। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि सीएम के गृहक्षेत्र में इस तरह की घटना होना शर्मनाक और निंदनीय है।