कांग्रेस का बड़ा फैसला: एग्जिट पोल डिबेट में भाग नहीं लेंगे पार्टी प्रवक्ता
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के सातवें चरण के मतदान समाप्त होने के बाद अलग-अलग टीवी चैनलों, सोशल और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर होने वाले अपना एग्जिट पोल दिखाते हैं। एग्जिट पोल डिबेट में सभी राजनीतिक पार्टियों के प्रवक्ता शामिल होते हैं, लेकिन इस बार कांग्रेस पार्टी निर्णय किया है कि एग्जिट पोल डिबेट में अपने प्रवक्ताओं को नहीं भेजेगी। पार्टी सूत्रों ने बताया कि एक जून को होने वाले अंतिम दौर के मतदान से ठीक पहले बताया कि कांग्रेस पार्टी ने चुनावी नतीजों से पहले एग्जिट पोल भाग न लेने का फैसला लिया है, क्योंकि ऐसी बहसों से कोई सार्थक नतीजे सामने नहीं आते।
आगामी एग्जिट पोल डिबेट्स में पार्टी द्वारा भाग ना लिये जाने के निर्णय पर हमारा वक्तव्य :
— Pawan Khera ???????? (@Pawankhera) May 31, 2024
मतदाताओं ने अपने मत दे दिया है एवं मतदान के परिणाम मशीनों में बंद हो चुके हैं।
4 जून को परिणाम सबके सामने होंगे। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की नज़रों में परिणाम घोषित होने से पहले किसी भी…
पवन खेड़ा ने कारण भी बताया
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म- एक्स पर पोस्ट जारी कर बताया कि कांग्रेस ने एग्जिट पोल से किनारा क्यों किया है। उनका कहना है कि मतदान के बाद जनादेश ईवीएम में कैद हो जाता है। ऐसे में 4 जून को आधिकारिक मतगणना से पहले किसी भी अटकलबाजी में शामिल होना केवल टीआरपी का खेल है। इसलिए हमारी पार्टी इसमें उलझना नहीं चाहती है।
4 जून से डिबेट्स में फिर से हिस्सा लेगी कांग्रेस
पवन खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस की नज़रों में परिणाम घोषित होने से पहले किसी भी तरह के अनुमान लगाकर घमासान में भाग लेकर टीआरपी के इस खेल का कोई औचित्य नहीं है। किसी भी बहस का मक़सद दर्शकों का ज्ञानवर्धन करना होता है। कांग्रेस पार्टी 4 जून से चर्चा में फिर से सहर्ष भाग लेगी।
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