राकेश टिकैत ने साफ शब्दों में कहा- सरकार से अभी बातचीत की कोई गुंजाइश नहीं है, तैयारी लंबी है

राकेश टिकैत ने साफ शब्दों में कहा- सरकार से अभी बातचीत की कोई गुंजाइश नहीं है, तैयारी लंबी है

नई दिल्ली
आज से दो दिन बाद किसान आंदोलन को 100 दिन पूरे हो जाएंगे। दिल्ली की सीमाओं पर किसान केंद्र सरकार की ओर से लाए गए कृषि कानून के विरोध में बैठा हुआ है। किसान तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने और एमएसपी पर कानून बनाने की मांग पर अड़ा है। हालांकि सरकार और किसान संगठनों के बीच 12 दौर की वार्ता भी हो चुकी है, लेकिन उसका कोई हल नहीं निकला। इन सब के बीच किसान नेता देशभर में किसान महापंचायत का आयोजन कर सरकार के खिलाफ किसानों को एकजुट कर रहे हैं। 

टिकैत ने साफ शब्दों में कहा कि जब तक सरकार किसान संगठन की बात नहीं मानेगी, तब तक आंदोलन ऐसे ही चलता रहेगा। वहीं उन्होंने ये भी साफ किया कि सरकार से अभी बातचीत की कोई गुंजाइश नहीं है, इसलिए किसानों की तैयारी लंबी है। राकेश टिकैत बोले-सरकार की 'खामोशी' बता रही है कि, किसानों के खिलाफ कदम उठाने की तैयारी किसान नेता राकेश टिकैत इन दिनों राजस्थान, यूपी, हरियाणा और पंजाब में किसान महापंचायत में किसानों को संबोधित कर रहे हैं। बुधवार को राजस्थान के नागौर में महापंचायत के दौरान उन्होंने किसान संगठन का फॉर्मूला वहां मौजूद लोगों को बताया, टिकैत के मुताबिक एक गांव से एक ट्रैक्टर और 15 आदमी 10 दिन के चाहिए। उसके बाद फिर 10 दिन बाद 15 लोग फिर बदले जाएंगे, जिससे ये आंदोलन लंबा चलाया जा सकें।

चुनावी राज्यों में भाजपा के खिलाफ लड़ रहीं पार्टियों के समर्थन में वोट मांगेंगे किसान- संयुक्त किसान मोर्चा किसान संगठन कृषि कानून को लेकर आर-पार की लड़ाई के मूड में है। किसान नेताओं ने पहले ही ये बात साफ कर दी थी कि जब तक सरकार खेती किसानी से जुड़ी तीनों कानून वापस नहीं लेगी, जब तक देशभर में जारी आंदोलन खत्म नहीं होगा। जहां एक तरफ किसान दिल्ली में इकट्ठे हो चुके है, वहीं दूसरी तरफ किसान नेता अलग-अलग जाकर किसानों को एकजुट करने में लगे हुए हैं।