यूपी-बिहार के कई जिलों में भी वैक्सीन खत्म

यूपी-बिहार के कई जिलों में भी वैक्सीन खत्म

लखनऊ/पटना
कोरोना वैक्सीन को लेकर महाराष्ट्र और केंद्र सरकार के बीच मची रार के बीच यूपी और बिहार के कई जिलों में भी वैक्सीन खत्म हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बुधवार रात ही वैक्सीन खत्म होने के कारण पहले डोज का टीकाकरण रोक दिया गया। गुरुवार को वाराणसी से सटे जौनपुर और चंदौली में वैक्सीन खत्म हो गई। मिर्जापुर और गाजीपुर में भी स्टाक करीब-करीब खत्म होने की कगार पर है। बिहार के दरभंगा में वैक्सीन खत्म हो गई है। इससे यहां टीकाकरण ठप हो गया है। कुछ अन्य जिलों में भी वैक्सीन लगभग खत्म होने की बात कही जा रहा है।   दरभंगा में कोरोना वैक्सीन का स्टॉक समाप्त हो गया है। इस वजह से डीएमसीएच सहित कई केंद्रों पर टीकाकरण ठप हो गया है। पूर्व में वितरित की गई वैक्सीन के बचे स्टॉक से कई केंद्रों पर टीकाकरण किया जा रहा है। सिविल सर्जन डॉ. एसके सिन्ह ने वैक्सीन का स्टॉक समाप्त होने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा है कि एक सफ्ताह में वैक्सीन के आने की संभावना है।

यूपी के जौनपुर में गुरुवार को दोपहर होते होते कोविशील्ड वैक्सीन समाप्त हो गई। इससे टीका लगवाने पहुंचे लोगों को लौटाना पड़ा। 12 बजते बजते महिला और पुरुष दोनों अस्पतालों में वैक्सीन समाप्त हो गई। इतने समय के अंदर महिला अस्पताल में 230 और पुरूष अस्पताल में 276 लोगों को टीका लग सका था। जिले में अप्रैल तक 2 लाख 40 हजार टीकाकरण का लक्ष्य था। अभी एक लाख से अधिक लोगों को टीका लग चुका है। वाराणसी में कोरोना वैक्सीन की भारी किल्लत हो गई है। प्रशासन ने इसको देखते हुए पहले डोज के टीकाकरण पर फिलहाल तीन दिन तक रोक लगा दी है। डीएम कौशलराज शर्मा ने बताया कि दूसरे डोज के लिए वैक्सीन उपलब्ध है। इसलिए इन लोगों का टीकाकरण जारी रहेगा। उन्होंने उम्मीद जताई है कि अगले दो से तीन दिन के अंदर वैक्सीन की खेप लखनऊ से आ जाएगी। वैक्सीन की किल्लत से बुधवार को शहर के कई पीएचसी, सीएचसी और अस्पतालों में टीका नहीं लग सका। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक स्टॉक में महज 499 वॉयल वैक्सीन शेष है। इससे सिर्फ 4990 लोगों का टीकाकरण किया जा सकता है। स्थिति यह है कि चौकाघाट स्थित जनपदीय वैक्सीन एवं लॉजिस्टिक भंडार एक दम खाली हो गया है। गाजीपुर और भदोही में भी वैक्सीन खत्म होने की कगार पर है। गाजीपुर में एक हजार से भी कम वायल बचा है।