भदैयाकुण्ड का कैफेटेरिया बिना अनुमति के हो रहा संचालित, नेशनल पार्क से नहीं ली अनुमति

शिवपुरी
शहर के पर्यावरणविद एवं वकील अभय जैन ने लिया संज्ञान कि शिवपुरी शहर के प्रमुख पर्यटन स्थल भदैया कुंड का निचला हिस्सा नेशनल पार्क के क्षेत्र में आता है। इस भूमि पर जिला पर्यटन संवर्धन परिषद द्वारा लेक व्यू कैफेटेरिया का निर्माण कार्य बिना नेशनल पार्क की अनुमति की किया गया है व उसका संचालन की टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से कराया जाने लगा यही नहीं वहां पर चिल्ड्रंस जॉन बड़े कुंड में वोटिंग आदि हेतु निविदाएं आमंत्रित की गई थी।
आरटीआई लगाने पर यह ज्ञात हुआ है कि यह भूमि नक्शा अनुसार माधव राष्ट्रीय उद्यान के अधीन है। इस संबंध में वन परिक्षेत्र अधिकारी दक्षिण माधव राष्ट्रीय उद्यान द्वारा दिनांक 02/04/2019 कोनोडल अधिकारी, जिला पर्यटन संवर्धन परिषद को लिखे गए पत्र में स्पष्ट रूप से वर्णित है कि भदैया कुंड शिवपुरी पर जिला पर्यटन विभाग द्वारा अनुज्ञा पत्र के रूप में शुल्क वसूला जा रहा है,चूंकि यह क्षेत्र माधव राष्ट्रीय उद्यान के अंतर्गत आता है, आप आज दिनांक तक वसूली गई पूर्ण राशि माधव राष्ट्रीय उद्यान शिवपुरी के शासकीय खाते में जमा करावे व आगे जमा होने वाली राशि भी प्रतिमाह की दस तारीख तक जमा कराया जाना सुनिश्चित करें।
आरटीआई आवेदन से प्राप्त जानकारी के अनुसार भदैया कुंड पर कैफिटेरिया संचालन हेतु माधव राष्ट्रीय उद्यान में किसी भी प्रकार की अनुमति या अनुज्ञा पत्र जारी नहीं किया है। किसी भी राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य में पर्यटक गतिविधियों की अनुमति धारा 28, वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन द्वारा ही दी जा सकती है। डीटीपीसी द्वारा भदैया कुंड पर दिया गया ठेका अवैधानिक है एवं वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की विभिन्न धाराओं का उल्लंघन करता है । इस संबंध में समय.समय पर वन परिक्षेत्र अधिकारी दक्षिण द्वारा नोडल अधिकारी डीटीपीसी एवं नगरपालिका को समय.समय पर पत्र लिखे गए हैं।
अभय जैन एडवोकेट द्वारा भदैया कुंड पर संचालित कैफिटेरिया एवं अन्य गतिविधियों के संचालन को वापस माधव राष्ट्रीय उद्यान के अधीन लाने के लिए प्रमुख सचिव वन विभागए चीफ वाइल्डलाइफ वार्डनए संचालक माधव राष्ट्रीय उद्यान एवं नोडल अधिकारी डीटीपीसी को विधिक सूचना पत्र जारी किया गया है।
इनका कहना
पर्यटन स्थल भदैया कुंड पर बनाये गए कैफेटेरिया की भूमि राजस्व की है जिसपर सर्व सहमति से निर्माण कराया गया है जो भी पत्र माधव नेशनल पार्क के द्वारा जारी किए गए है उनके जबाव जल्द ही दिए जायेगे व उन्हें सार्वजनिक किया जाएगा।