छिंदवाड़ा उपज मंडी के पुराने भवन को ढहाया

छिंदवाड़ा
नगर निगम द्वारा गांधीगंज में कृषि उपज मंडी के पुराने भवन को गिराया गया। उक्त भवन काफ जर्जर हो चुका था, जिसे गिराने के लिए जनता से लेकर मंडी प्रबंधन तक निगम को पत्र लिख चुका था। कुसमेली में शिफ्ट होने के पहले मंडी का कार्यालय यहीं से संचालित होता था। साल 2004 में कुसमेली मंडी शिफ्ट होने के बाद यहां ताला लग गया। धीरे-धीरे मेंटेनेंस के अभाव में भवन और जर्जर हो गया। इससे गिराने के लिए लोगों द्वारा शिकायत की गई।
छिंदवाड़ा अनाज व्यापारी संघ अध्यक्ष प्रतीक शुक्ला ने बताया कि भवन के गिरने की स्थिति को देखते हुए मंडी के पुराने कार्यालय को गिराने की कार्रवाई निगम द्वारा की गई। मंडी सचिव शिवदयाल अहिरवार ने बताया कि शिकायतों के बाद जर्जर हो चुके पुरानी मंडी कार्यालय को तोडऩे की कार्रवाई शुरू तो हुई, लेकिन बारिश के कारण बीच बीच में काम रोकना पड़ा।
निरमा-नमक की रखी थीं बोरियां
मंडी कार्यालय के शिफ्ट होनेे के बाद मंडी प्रबंधन की देखरेख के अभाव का बेजा फ ायदा स्थानीय दुकानदारों द्वारा उठाया जा रहा था। निगम का अमला जब भवन तोडऩे पहुंचा तो उन्हें वहां निरमा और नमक की बोरियों का स्टॉक मिला। जिसे हटाने में काफी समय लग गया।