ईव्हीएम और व्हीव्हीपैट का द्वितीय रेण्डमाईजेशन राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों और सामान्य प्रेक्षक की मौजूदगी में हुआ

कोण्डागांव
विधानसभा
निर्वाचन 2018 के अन्तर्गत जिले के विधानसभा क्रमांक-82 केशकाल, 83-कोण्डागांव और 84-नारायणपुर (आंशिक) जिला कोण्डागांव के निर्वाचन हेतु ईव्हीएम और व्हीव्हीपेट का द्वितीय रेण्डमाईजेशन राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों और विधानसभा कोण्डागांव-83 के सामान्य प्रेक्षक डॉ0के0सेन्थिल राज(आईएएस), विधानसभा केशकाल क्रमांक-82 के सामान्य प्रेक्षक डी.बी.रहबर(आईएएस) की विशेष मौजूदगी में दिनांक 31 अक्टूबर को जिला कार्यालय के सभाकक्ष में किया गया।

इस अवसर पर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी नीलकंठ टीकाम ने ईव्हीएम और व्हीव्हीपैट के रेण्डमाईजेशन की प्रक्रिया के बारे मे विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान प्रेजेन्टेशन के जरिए बताया गया कि मतदान के लिए निर्धारित मशीन किस-किस मतदान केन्द्रों में जाएगी। रेण्डमाईजेशन की प्रक्रिया के तहत् इलेक्ट्रानिक ट्रेकिंग साफ्टवेयर से मशीनों को जोड़ने की प्रक्रिया की जानकारी देते हुए रेण्डमाईजेशन के बाद कंट्रोल यूनिट, बैलेट यूनिट एवं व्हीव्हीपैट की विधानसभा-वार सूची एवं जागरूकता-प्रशिक्षण में उपयोग की गई मशीनों के सूची सभी राजनैतिक पार्टियों को उपलब्ध कराया गया। इस अवसर पर उपस्थित राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों ने द्वितीय रेण्डमाईजेशन पर संतोष व्यक्त करते हुए अपनी सहमति व्यक्त की गई। मौके पर रेण्डमाईजेशन की सम्पूर्ण प्रक्रिया का वीडियोग्राफी भी कराया गया।

ईव्हीएम एवं व्हीव्हीपैट मशीन के द्वितीय रेण्डमाईजेशन के उपरांत गुण्डाधूर महाविद्यालय के परिसर में स्थित स्ट्रांग रुम में अभ्यर्थियों को आबंटित प्रतीक चिन्ह अंकण की प्रक्रिया भी राजनीतिक दलो के प्रतिनिधियों और सामान्य प्रेक्षकों की उपस्थिति में किया गया। विधानसभा-वार एवं मतदान केन्द्र-वार ईव्हीएम एवं व्हीव्हीपैट मशीनों के कमीशनिंग की कार्य प्रक्रिया भी आज से प्रारंभ भी कर दी गई है। इसके अलावा अगले एक-दो दिनों में सामान्य प्रेक्षकों द्वारा इस संबंध में माइक्रो ऑर्ब्जवरो को प्रशिक्षण भी दिया जायेगा।       

इस अवसर पर विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि, अपर कलेक्टर एस.आर.कुर्रे, सीईओ जिला पंचायत सुश्री नुपूर राशि पन्ना, उप जिला निर्वाचन अधिकारी डी.आर.ठाकुर, लाईजनिंग आफिसर द्वय आर.के.गर्ग, बी.के.बिजरोनिया, डिप्टी कलेक्टर आस्था राजपूत सहित ईव्हीएम और व्हीव्हीपैट के तकनीकी विशेषज्ञ इंजीनियर मौजूद थे।