khemraj mourya
शिवपुरी। तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा है कि प्रदेश के विद्यार्थियों के बीच तकनीकी शिक्षा को लोकप्रिय बनाना होगा। इससे हमारे विद्यार्थियों को स्नातक स्तर की पढ़ाई के बाद सीधे रोजगार उपलब्ध हो सकेगा। यशोधरा राजे मंगलवार को भोपाल के राजीव गांधी प्रौद्यौगिकी विश्वविद्यालय में समीक्षा बैठक ले रही थीं। बैठक में आरजीपीव्ही के कुलपति प्रो. सुनील कुमार एवं आयुक्त तकनीकी शिक्षा पी. नरहरि भी मौजूद थे।
बैठक में यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि विश्वविद्यालय के पाठयक्रमों से तादात्म्य रखने वाले उद्योगों को चिन्हित कर बैठक का आयोजन किया जाये ताकि हमारे विद्यार्थियों को फायदा मिल सके। यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में लगाई जा रही ऑनलाईन क्लासेस के मद्देनजर यह जरूरी है कि परम्परागत तरीके से पढ़ाने वाले प्रोफेसर्स को भी ऑनलाईन क्लासेस के बारे में यथेष्ट जानकारी हो। इसके लिये प्रशिक्षण-सत्र आयोजित किये जायें। तकनीकी शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य आत्मनिर्भर भारत के साथ आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाना है।
रिसर्च एरिया विकसित करें
आयुक्त तकनीकी शिक्षा श्री पी. नरहरि ने अनुसंधान कार्यक्रमों पर बल देते हुए कहा कि स्नातक स्तर की पढ़ाई के दौरान ही विद्यार्थियों में किसी विषय पर अनुसंधान कर पाने की क्षमता विकसित हो सके। उन्होंने राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में रिसर्च एरिया विकसित किये जाने की जरूरत पर जोर दिया। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुनील कुमार ने कहा कि छात्र-हित में विश्वविद्यालय ने उपयोगी पहल की है। इसके तहत विश्वविद्यालय के सभी नामांकित विद्यार्थियों का बीमा किया गया है। बीमा पॉलिसी के तहत सड़क दुर्घटना होने पर छात्र का 25 हजार रूपये तक का कवर रहेगा। मृत्यु होने पर बीमा राशि दो लाख रूपये होगी। कुलपति ने जानकारी दी कि आरजीपीव्ही को नैक द्वारा ए$ग्रेड दिया गया है। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा तैयार की गई स्टार्ट-अप पॉलिसी पर भी प्रकाश डाला जिसके तहत सौ स्टार्ट-अप को एक लाख रूपये प्रतिवर्ष आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जायेगी।