.. .तो बोल्ड होंगे भाजपा के बैडमैन

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लपेटे में आ सकते है शिव, कैलाश भी

भोपाल। बीजेपी के गुंडागर्दी करने वाले नेताओं और उनके बेटों पर पीएम मोदी सख्त हैं। दिल्ली में बीजेपी संसदीय बोर्ट की बैठक में उन्होंने साफ शब्दों में कह दिया है कि बेटा किसी का भी हो, ऐसे लोगों को पार्टी से बाहर करो। मोदी ने ये भी कहा कि उन नेताओं पर भी कार्रवाई कीजिए, जो ऐसे लोगों का समर्थन और स्वागत करते हैं।

अगर प्रधानमंत्री मोदी के गुस्से की बात करें तो इसके लपेटे में तो शिवराज सिंह चौहान भी आ सकते हैं। दरअसल, मोदी कैबिनेट में पर्यटन मंत्री स्वतंत्र प्रभारी प्रहलाद पटेल के बेटे ने भी मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले में कुछ दिन पहले कई युवकों की बंधक बनाकर पिटाई की थी। तब खुलकर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रबल पटेल का समर्थन किया था। शिवराज ने क्या कहा था मारपीट करने वाले प्रहलाद पटेल के बेटे प्रबल पटेल को मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। प्रबल जेल में हैं। प्रबल की गुंडागर्दी का समर्थन पार्टी के कई नेताओं ने किया था। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि बिना जांच के ही प्रबल की गिरफ्तार हो गई। क्योंकि प्रबल पटेल मंत्री प्रह्लाद पटेल का बेटा था। वहीं, प्रबल के गुंडागर्दी और फायरिंग के शिकार तीन लोग हुए थे। जिनका जख्मी हालात में अस्पताल में इलाज चल रहा था। ऐसे में सवाल है कि क्या प्रबल के समर्थन में खड़े रहने वाले शिवराज सिंह चौहान पर भी कार्रवाई होगी क्या? जबकि आकाश के मामले में शिवराज अपना मुंह बंद किए हुए थे। उनसे कई मौकों पर सवाल भी पूछा गया लेकिन धन्यवाद-धन्यवाद बोलकर खामोश रह गए। बोल्ड होंगे ये नेता 1. मोदी के सख्त तेवर के बाद अगर कार्रवाई होती है तो सबसे पहले बीजेपी के विधायक और कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय पर होगी। आकाश ने मकान गिराने आए नगर निगम अधिकारियों की पिटाई की थी। पिटाई के बाद आकाश की गिरफ्तारी भी हुई थी लेकिन जेल से रिहा होने के बाद भी उन्हें अपनी करतूत पर कोई अफसोस नहीं है। ऐसे में सबको इंतजार कार्रवाई की है। 2.दूसरे नंबर पर केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के बेटे आ सकते हैं। प्रहलाद के बेटे प्रबल पटेल ने कुछ युवकों को बंधक बनाकर उनके साथ मारपीट की थी। यही नहीं मंत्रजी के बेटे ने फायरिंग कर इलाके में दहशत भी फैलाई थी। एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने तुरंत मंत्री के बेटे को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन बीजेपी के कई नेता प्रह्लाद के समर्थन में आ गए थे। ऐसे में सवाल है कि क्या प्रबल पर भी कार्रवाई होगी। 3. वहीं, दमोह में भारतीय जनता युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष विवेक अग्रवाल नगर पालिका दफ्तर में बल्ले के साथ आ धमके। नेताजी शान से लेखपाल के कमरे में घुस गए और बैट दिखाकर उन्हें धमकाया। उसके बाद विवेक अग्रवाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। लेकिन पार्टी की तरफ से विवेक पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। 4. सतना में बीजेपी के नगर पंचायत अध्यक्ष रामसुशील पटेल ने तो गुंडागर्दी की सारी सीमाएं पार कर दीं। दर्जन भर गुंडों को लेकर सीएमओ के दफ्तर पहुंचे और उसे दौड़ा-दौड़ाकर पीटने लगे। रामसुशील पटेल की पिटाई के बाद सीएमओ देवरत्न सोनी को घायल अवस्था में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। लेकिन पार्टी ने रामसुशील की गुंडागर्दी पर कोई कार्रवाई नहीं की। अब उसे जब इलाज के लिए अस्पताल लाया गया तो वीवीआईपी ट्रीटमेंट दी गई। ऐसे में सवाल है कि क्या पीएम मोदी के सख्त तेवर के बाद एमपी बीजेपी ने अपने गुंडागर्दी करने वाले नेताओं पर कार्रवाई करेगी। अगर कार्रवाई होती है तो इन चार नेताओं को तो बोल्ड होना तय है।