विश्वविद्यालय अपने पाठ्यक्रमों से कुशल मानव संसाधन तैयार करें: राज्यपाल

विश्वविद्यालय अपने पाठ्यक्रमों से कुशल मानव संसाधन तैयार करें: राज्यपाल

जयपुर। राज्यपाल एवं कुलाधिपति हरिभाऊ बागडे ने कहा कि पूरे विश्व में भारत के युवाओं की पहचान उनकी बौद्धिक क्षमता के कारण है। हमारे यहां मौजूद टैलेंट की पूरी दुनिया में मांग है। अमेरिका की सिलिकॉन वैली में करीब 70 प्रतिशत से अधिक भारतीय युवा हैं। पूरा विश्व भारतीयों की काबिलियत की प्रशंसा करता है। प्रतिभाशाली युवा हमारे लिए एक एसेट हैं, इसे देखते हुए विश्वविद्यालयों में दी जा रही शिक्षा का प्राथमिक उद्देश्य विद्यार्थियों में बौद्धिक क्षमता का विकास कर देश के लिए उच्च कौशल वाला मानव संसाधन तैयार करना होना चाहिए। उनकी नींव इतनी मजबूत हो कि वे कोई भी कठिन परीक्षा अपनी बौद्धिक क्षमता के बल पर पास कर सकें।

बागडे गुरुवार को कोटा विश्वविद्यालय में कुलगुरु एवं विभिन्न विभागों के अध्यक्षों एवं शिक्षकों के साथ संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोटा विश्वविद्यालय में छात्र एवं छात्राओं के लिए अच्छी व्यायामशाला भी बनाएं ताकि विद्यार्थी बौद्धिक के साथ शारीरिक रूप से भी सुदृढ़ हों। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय में उपलब्ध खेल एवं अन्य गतिविधियों की जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि यहां उपलब्ध  अंतरराष्ट्रीय स्तर के ट्रैक, इनडोर कोर्ट एवं खेल मैदान को देखते हुए कोटा विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय स्तर के दो खेलों के आयोजन की जिम्मेदारी मिली है।

बागडे ने कहा कि कोटा शिक्षा की नगरी के नाम से प्रसिद्ध है, यहां ग्रामीण परिवेश से आने वाले छात्र-छात्राओं को हॉस्टल सुविधा उपलब्ध कराई जाए। अधिक से अधिक बच्चों को हॉस्टल में प्रवेश मिले इसके लिए हॉस्टल सुविधा में वृद्धि करें और आवश्यकता होने पर नए हॉस्टल भवन भी बनवाएं।