बैगा परिधान में दिखा मंडला कलेक्टर हर्षिका सिंह का अनोखा अंदाज

बैगा परिधान में दिखा मंडला कलेक्टर हर्षिका सिंह का अनोखा अंदाज

बैगा जनजाति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए प्रशासन तत्पर - हर्षिका सिंह

बैगा-करमा नृत्य महोत्सव में शामिल हुई कलेक्टर

मण्डला - मंडला कलेक्टर हर्षिका सिंह का एक अलग अंदाज़ देखने को मिला। कलेक्टर हर्षिका बैगा परिधान पहनी नज़र आई। कलेक्टर बैगा जनजाति करमा महोत्सव में शामिल होने कान्हा पहुंची थी। कान्हा राष्ट्रीय उद्यान के पास ग्राम खटिया नारंगी में आयोजित इस कार्यक्रम में बैगा जनजाति के लोक नृतक दल शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम में कलेक्टर न सिर्फ बैगा परिधान में नज़र आई बल्कि उन्होंने बैगा नृतक दलों के साथ उनके परंपरागत लोक नृत्य करमा के स्टेप्स भी किये। कलेक्टर ने करमा नृत्य में उपयोग वाला परंपरागत वाद् यंत्र ठिसकी बजाते हुए भी। दिखी इस दौरान कलेक्टर पूरी तरह से बैगाओं के रंग में नज़र आई। कलेक्टर ने बैगा महिलाओं द्वारा पहनी जानी वाली मूंगी साड़ी, सिक्कों से बनी हमेल माला, मोआ घांस से बनी हुई बीरन माला और बैगा कलगी भी लगाईं।

कान्हा क्षेत्र के खटिया में मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के बैगा कलाकारों एवं प्रतिनिधियों के द्वारा एकदिवसीय बैगा-करमा नृत्य महोत्सव का आयोजन किया गया। जिला प्रशासन की ओर से कलेक्टर हर्षिका सिंह इस महोत्सव में शामिल हुई। उन्होंने महोत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि बैगा जनजाति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए प्रशासन तत्पर है। उन्होंने बैगा जनजाति के सदस्यों से आग्रह किया कि वे अपनी किसी भी प्रकार की समस्या से प्रशासन को अवगत कराएं। यदि कोई प्रशासन तक नहीं पहुंच पाता है तो बैगा समाज के प्रतिनिधियों के माध्यम से अपनी बात प्रशासन के समक्ष रख सकता है। श्रीमती सिंह ने बैगा समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि आगामी 3 माह में बैगा विकास के लिए विशेष प्लान बनाए जाएंगे। साथ ही मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता के लिए भी संबंधित विभागों के माध्यम से विशेष प्रयास किए जाएंगे। बैगा-करमा महोत्सव में मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के बैगा समुदाय के प्रदेश एवं राज्य स्तरीय प्रतिनिधि, तुलसी पुरूस्कार से सम्मानित अर्जुन, संबंधित अधिकारी एवं जनजातीय कलाकार उपस्थित थे।


एक दिवसीय बैगा-करमा नृत्य महोत्सव के आयोजन का उद्देश्य बैगा समाज के नए पीढ़ी के युवा एवं युवतियों को समाज की सामाजिक, धार्मिक तथा सांस्कृतिक विशेषताओं से परिचय कराना है। इसी प्रकार विलुप्त हो रही बैगा विशेषताओं को पुर्नजीवित करने के लिए प्रयास करना है। महोत्सव के दौरान वरिष्ठ बैगा प्रतिनिधियों द्वारा जनजातीय रीति-रिवाजों की चर्चा भी की गई। इसी प्रकार बैगा समुदाय को संविधान तथा शासन एवं प्रशासन के माध्यम से दिए गए अधिकारों एवं विशेष सुविधाओं के बारे में भी बताया गया। बैगा-करमा नृत्य महोत्सव में कलेक्टर हर्षिका सिंह ने नृत्य कलाकारों के साथ परिचय प्राप्त किया।