10 हज़ार रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार हुए प्राचार्य 

10 हज़ार रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार हुए प्राचार्य 

10 हज़ार रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार हुए प्राचार्य 

प्राचार्य ने प्रयोगशाला सहायक को शासकीय हाई स्कूल  में पुनः पदस्थापना करने के एवज़ में मांगी थी 20 हज़ार रुपए की रिश्वत

मंडला - लोकायुक्त जबलपुर की टीम ने मंडला में एक शासकीय हाई स्कूल के प्राचार्य को 10 हज़ार रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। संकुल जनशिक्षा केंद्र लिमरुआ के प्राचार्य राजकुमार यादव ने शासकीय हाई स्कूल बाजा बोरिया के प्रयोगशाला सहायक हेमंत कुमार उईके से 20 हज़ार रूपये की रिश्वत मांगी थी। दरअसल प्रयोगशाला सहायक शासकीय हाई स्कूल अतिशेष में था। अतिशेष में नाम होने से उसका ट्रांसफर कहीं भी दूर दराज़ के स्कूल में हो सकती थी। उसने अपने संकुल प्राचार्य से इसी स्कूल में पदस्थापना की मांग की। इसके एवज में  प्राचार्य ने उससे 40 हज़ार रूपये की मांग की। प्रयोगशाला सहायक ने अपनी अपनी बहन की शादी होने का हवाला देते हुए राशि कुछ कम करने की मांग की। जिस पर 20 हज़ार रूपये में बात तय हुई। 10 हज़ार रूपये की राशि देने के बाद भी उसकी पुनः पदस्थापना नहीं हुई तो उसने इस पूरे प्रकरण की शिकायत लोकायुक्त जबलपुर में की। जब प्रयोगशाला सहायक योजनाबद्ध तरीके से रिश्वत की राशि प्राचार्य को देने पहुंचा तो प्राचार्य के 10 हज़ार रूपये की रिश्वत लेते ही लोकायुक्त ने उसे रेंज हाथों गिरफ्तार कर लिया। लोकायुक्त की इस कार्यवाही में निरीक्षक घनश्याम सिंह मर्सकोले, निरीक्षक राजेश ओहरिया, आरक्षक अतुल श्रीवास्तव, जुबेद खान, विजय सिंह बिस्ट एवं राकेश विश्वकर्मा शामिल थे।