लाल सागर में फटेगा 47 साल पुराना सुपर-टैंकर, 4 देशों को काफी नुकसान होने की आशंका

लाल सागर में फटेगा 47 साल पुराना सुपर-टैंकर, 4 देशों को काफी नुकसान होने की आशंका

यमन। 2015 में यमन ने एक मिलियन बैरल तेल से भरे एक सुपर टैंकर वेसल को रेड सी यानी लाल सागर में छोड़ दिया था। अब 8 साल बाद संयुक्त राष्ट्र संघ यानी हृ ने कहा है कि ये वेसल किसी भी समय या तो फट जाएगा या डूब जाएगा। इससे यमन समेत 4 देशों को काफी नुकसान होने की आशंका है। यमन में हृ के चीफ डेविड ग्रेसली ने कहा, हम नहीं चाहते हैं कि रेड सी भी ब्लैक सी में बदल जाए, लेकिन अब ऐसा ही होगा। साफेर को 1976 में एक जापानी कंपनी हिटाची जेसोन ने बनाया था। ये वेसल 362 मीटर लंबा है और इसका वजन 4 लाख 6 हजार 640 टन है। साल 1988 में यमन की एक कंपनी ने इसे स्टोरेज शिप वेसल में बदल लिया था और इसमें तेल रखना शुरू कर दिया।
साल 2015 में यमन में हूती विद्रोहियों और सउदी के समर्थन वाली सरकार में गृह युद्ध छिड़ गया। जिसके बाद यमन के समुद्र तट वाला इलाका हूती विद्रोहियों के कब्जे में आ गया। इलाका कब्जे में आते ही विद्रोहियों ने सबसे पहले सारी लोकल और इंटरनेशनल संस्थाओं के इलाके में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी। रख-रखाव के अभाव में खराब हो रहे साफेर को ठीक करने के लिए हूती विद्रोहियों ने हृ को भी इजाजत नहीं दी।

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