मौसम विभाग ने अगले 4 दिन कई जिलों में बारिश का ऑरेंज और येलो अलर्ट किया जारी

मौसम विभाग ने अगले 4 दिन कई जिलों में बारिश का ऑरेंज और येलो अलर्ट किया जारी

भोपाल
 मध्य प्रदेश में मानसून (Monsoon 2021) के एक्टिव होने और लगातार बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए है। नदियों-तालाबों का जलस्तर बढ़ने लगा है, जिसके चलते बांधों के गेट खुलना शुरु हो गए है। पिछले 24 घंटे में दो दर्जन से ज्यादा जिलों में मूसलाधार बारिश  हुई है और तापमान में भी अच्छी खासी गिरावट देखने को मिली है। मौसम विभाग  ने आज 28 जुलाई बुधवार को सभी संभागों में कही कहीं बारिश के साथ एक दर्जन से ज्यादा जिलों में  भारी बारिश की संभावना जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया है।

भोपाल में बीते 6 दिनों से कभी रिमझिम, तो कभी तेज बारिश का सिलसलिला जारी है। यहां दिन का तापमान सामान्य से 4 डिग्री कम दर्ज किया जा रहा है। यही वजह है कि, यहां दिन और रात के तापमान में औसत से डेढ़ डिग्री का अंतर आ रह है।

 

इन जिलों के लिये जारी हुआ येलो और ऑरेंज अलर्ट
फिलहाल, प्रदेश के अधिकतर जिलों में बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने किसी जिले में भारी और तो किसी में अति भारी बारिश की संभावना जताई है। इनमें श्योपुर कलां, मुरैना, भिंड, दतिया, गुना, ग्वालियर, शिवपुरी और अशोकनगर में भारी से अति भारी बारिश की संभावना को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। तो वहीं, राजगढ़, आगर, नीमच, मंदसौर, विदिशा, छतरपुर, बालाघाट, पन्ना, शहडोल और टीकमगढ़ में गरज चकम के साथ भारी बारिश की संभावना को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है। जबकि भोपाल, होशंगाबाद, उज्जैन, इंदौर, जबलपुर, शहडोल रीवा, ग्वालियर और चंबल संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना जताई गई है।

 

कहां कितनी बारिश?
मौसम विभाग के मुताबिक, श्‍योपुरकला में 64 मिमी, मलाजखंड में 39 मिमी, सतना में 33 मिमी, भोपाल सिटी में 21.8 मिमी, भोपाल में 18.2 मिमी, ग्‍वालियर में 14.1 मिमी, छिंदवाड़ा में 14 मिमी, शाजपुर में 11मिमी, पचमढ़ी में 11 मिमी, गुना में 10 मिमी, मंडला में 6.0 मिमी, रीवा में 5.0 मिमी, धार में 4.0 मिमी, उमरिया में 4.0 मिमी, रायसेन में 2.0 मिमी, होशंगाबाद में 2.0 मिमी, खजुराहो में 0.2 मिमी और जबलपुर में 0.1 मिलीमीटर बारिश हुई है।


बंगाल की खाड़ी में बना एक और सिस्टम
प्रदेशभर में बीते एक सप्ताह से लगातार बारिश का दौर जारी है। वहीं, मौसम विभाग के ताजा अनुमान के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में एक और कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। ये सिस्टम अगर पश्चिम में और आगे बढ़ा और ट्रफ लाइन नीचे आई, तो अगले तीन से 4 दिनों तक भोपाल के साथ-साथ प्रदेश के अधिकतर जिलों में तेज बारिश होने लगेगी।