फिल्म इंडस्ट्री को स्थानांतरित करने की कोशिश बर्दाश्त नहीं -उद्धव

मुंबई
आर्थिक राजधानी मुंबई से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को उत्तर प्रदेश में शिफ्ट करने पर राजनीति शुरू हो गई है. गुरुवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा था कि वह मुंबई की हिंदी फिल्म इंडस्ट्री बॉलीवुड को बदनाम करने, उसे खत्म करने या कहीं और स्थानांतरित करने का कोई प्रयास बर्दाश्त नहीं करेंगे. समझा जा रहा है कि उनका यह बयान पिछले कुछ माह से बॉलीवुड के विवादों में रहने के कारण आया है. उद्धव ठाकरे ने कहा था कि बॉलीवुड के चाहने वाले पूरी दुनिया में हैं. फिल्म इंडस्ट्री बड़े पैमाने पर रोजगार भी देती है. फिल्म इंडस्ट्री को खत्म करने या इसे कहीं और स्थानांतरित करने का कोई प्रयास बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
ठाकरे के इस बयान के बाद राजनीति शुरू हो गई है. महाराष्ट्र नवनिर्माण के नेता अमेय खोपकर ने कहा, 'भूतकाल में भी बॉलीवुड के कलाकारों पर गंभीर केस हुआ, उन्हें सजा हुई लेकिन कभी किसी ने बॉलीवुड के अन्य लोगों को खलनायक नहीं बनाया. लेकिन अब जानबूझकर बॉलीवुड को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है. सिर्फ इतना नहीं, बल्कि बॉलीवुड को यहां से हटाने की कुटिल साजिश भी की जा रही है.'
किसी को घबराने की जरूरत नहीं हैः मनसे
उन्होंने कहा, 'मनसे कभी ऐसा होने नहीं देगी. टेक्निशियन से लेकर कलाकर तक किसी को घबराने की जरूरत नहीं है, जिसका कारण है कि राजसाहेब ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना आपके पीछे है, आगे भी रहेगी. ये हमारे शब्द हैं.'
हम इसकी इजाजत बिल्कुल भी नहीं देंगे
वहीं, एनसीपी के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने भी अफवाहों का जवाब देते हुए कहा, "बॉलीवुड को बदनाम करने और इसे मुंबई से बाहर उत्तर प्रदेश में स्थानांतरित करने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं. हम इसकी अनुमति नहीं देंगे."
पिछले महीने, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में, भारत की सबसे बड़ी फिल्म सिटी स्थापित करने का ऐलान किया था.