देखरेख के अभाव में जीर्ण-शीर्ण होने लगा प्राचीन मंदिर

kamlesh pandey अलीपुरा। कस्बा में स्थित बंसी वाले मंदिर की स्थिति जीर्ण-शीर्ण होती जा रही है। इस प्राचीन मंदिर का रखरखाव न होने से इस स्थिति में पहुंच गया है। वर्षों से मंदिर की न तो पुताई हुई और न ही मेंटीनेंस हुआ है। प्रांगण में रात-दिन जानवरों का डेरा रहता है। आवारा जानवर मंदिर की दीवारों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। वहीं मंदिर के आसपास लगे पौधों को भी नष्ट कर रहे हैं। In the absence of supervision, ancient temples started to become drearyलोगों की आस्था के केन्द्र बंशी वाले मंदिर की स्थिति जीर्ण-शीर्ण हो रही है। चारों तरफ गोबर और कूड़े के ढेर दिखाई दे रहे हंै। पुजारी पं. श्याम मिश्रा ने बताया कि सैकड़ों वर्ष पुरानी भगवान श्रीकृष्ण और राधारानी की मूर्तियां मंदिर में स्थापित हैं लोग यहां दर्शन करने आते हैं लेकिन मंदिर की स्थिति काफी दयनीय हो गई है जिसको दुरूस्त कराने में किसी का ध्यान नहीं है। पंचायत के माध्यम से भी इसका जीर्णोद्धार कराने का प्रयास नहंी किया गया। बाउण्ड्रीबॉल न होने से सैकड़ों आवारा जानवर यहां डेरा जमाए रहते हैं। पानी की भी समुचित व्यवस्था नहीं है। रोजगार सहायक से मंदिर के जीर्णोद्धार के संबंध में चर्चा की गई तो उसका कहना था कि फाइल बनाकर कलेक्टर को भेजी गई है। स्वीकृति मिलने पर मंदिर का जीर्णेाद्धार कराया जाएगा।