शास्त्री ब्रिज के समानांतर गुजरेगी एलिवेटेड मेट्रो लाइन

शास्त्री ब्रिज के समानांतर गुजरेगी एलिवेटेड मेट्रो लाइन

इंदौर
 मेट्रो प्रोजेक्ट में अब शास्त्री ब्रिज के समानांतर मेट्रो लाइन भी रेल लाइन के ऊपर से (एलिवेटेड) गुजरेगी। पहले रेलवे स्टेशन को मेट्रो लाइन से जोड़ने वाला मेट्रो स्टेशन भूमिगत बनने वाला था जिसे अब ओवरहेड कर दिया गया है। ये दोनों बदलाव पिछले दिनों हुए निर्णय के बाद किए गए। मप्र मेट्रो रेल कंपनी ने तय किया है कि अब मेट्रो लाइन हाई कोर्ट के बजाय कोठारी मार्केट से अंडरग्राउंड होगी। इसी वजह से ये तमाम बदलाव किए जा रहे हैं।

अब मेट्रो कंपनी को रेलवे स्टेशन और मेट्रो स्टेशन को जोड़ने के लिए अलग से योजना बनाना होगी। साथ ही राज्य सरकार को रेलवे के साथ समन्वय भी करना होगा। सरकार मेट्रो लाइन गांधी हॉल तरफ डालेगी और रेलवे लाइन के लिए ऊंचे पिलर बनाए जाएंगे। जिला कोर्ट के आसपास से मेट्रो लाइन स्लोप में डलेगी और कोठारी मार्केट से पूरी तरह भूमिगत हो जाएगी।

एयरपोर्ट से सुपर कॉरिडोर, एमआर-10, विजय नगर चौराहा, होटल रेडिसन, बंगाली चौराहा, पलासिया, एमजी रोड, बड़ा गणपति होते हुए एयरपोर्ट तक बनने वाले पहले कॉरिडोर पर 30 स्टेशन बनाए जाना हैं। इसकी लंबाई 31.50 किलोमीटर होगी। एयरपोर्ट का स्टेशन भी भूमिगत होगा लेकिन इससे आगे कोठारी मार्केट तक बनने वाले मेट्रो स्टेशन ओवरहेड होंगे। कोठारी मार्केट से बड़ा गणपति के बीच भूमिगत मेट्रो स्टेशन बनेंगे। यह हिस्सा काफी सघन है और कहीं भी ओवरहेड मेट्रो स्टेशन बनाने के लिए जमीन उपलब्ध नहीं है।

थाने के पीछे बगीचे की जमीन पर बनेगा स्टेशन


निगमायुक्त आशीष सिंह ने बताया कि मल्हारगंज थाने के पीछे निगम के दो बगीचों की जमीन पर स्टेशन बनाया जाएगा। वहां भूमिगत स्टेशन बनाकर आसपास बची जगह पर सौंदर्यीकरण किया जाएगा। इस बारे में नगरीय विकास विभाग के प्रमुख सचिव विवेक अग्रवाल ने आदेश दे दिए हैं। मेट्रो स्टेशन के आसपास की 500 मीटर परिधि में ट्रांसफरेबल डेवलपमेंट राइट (टीडीआर) और ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट (टीओडी) के तहत एक्स्ट्रा प्रीमियम दिया जाना है। इसका फैसला शासन स्तर पर होगा।

अतिक्रमण और बाधक निर्माण हटाना बड़ी चुनौती

सरकार जनवरी से इंदौर में मेट्रो प्रोजेक्ट का काम तो शुरू कर रही है लेकिन इसकी राह में आड़े आने वाले अतिक्रमण और बाधक निर्माण हटाना सबसे बड़ी चुनौती है। सुपर कॉरिडोर से एमआर-10 और रिंग रोड के बंगाली चौराहा तक तो ज्यादा समस्याएं नहीं हैं लेकिन कई जगह बिजली लाइन बाधक हैं। अफसर भी मानते हैं कि कनाड़िया रोड, एमजी रोड के बाधक धर्मस्थल और निर्माण हटाने के लिए मेट्रो कंपनी को तगड़ी मशक्कत करना होगी।