पुष्य नक्षत्र योग में मनाई जाएगी राम नवमी

पुष्य नक्षत्र योग में मनाई जाएगी राम नवमी

6 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि की शुरूआत हो रही है। 14 अप्रैल को राम नवमी मनाई जाएगी। इस बार राम नवमी पुष्य नक्षत्र के योग में है। पुष्य नक्षत्र सभी 27 नक्षत्रों में सबसे सर्वश्रेष्ठ नक्षत्र माना गया है। भगवान राम का जन्म पुष्य नक्षत्र में हुआ था।

राम नवमी 2019 का शुभ योग
चैत्र नवरात्र के आठवें दिन अष्टमी व नवमी एक साथ मनाई जाएंगी। अष्टमी के दिन ही सुबह 8.19 बजे नवमी तिथि प्रारंभ होगी, जो अगले दिन सुबह 6.04 बजे तक रहेगी। भगवान राम का जन्म पुष्य नक्षत्र में दोपहर 12 बजे हुआ था। इसलिए रामनवमी 14 अप्रैल को दोपहर 12 बजे से पहले मनाना शुभ रहेगा।

पुष्य नक्षत्र और राम नवमी के योग में खरीदारी शुभ
पुष्य नक्षत्र और राम नवमी के दिन भूमि, भवन, वाहन, ज्वैलरी, इलेक्ट्रिक सामान आदि खरीदने के लिए भी सर्वश्रेष्ठ दिन रहेगा। पुष्य नक्षत्र में खरीदारी शुभदायक होती।

राम नवमी पूजा विधि

चैत्र नवरात्र में देवी मां की आराधना करने से सभी मनोकामना पूरी होती है।

सबसे पहले इस दिन मां की पूजा का संकल्प लें।

इसके बाद घट स्थापना करें। नवरात्रि घट स्थापना सही मुहूर्त में ही करना चाहिए।

घट स्थापना के बाद देवी को 16 श्रृंगार अर्पित करें और उसके माता को पांच मेवा का भोग लगाएं।

माता को भोग लगाने के बाद फल से आप अपना व्रत खोल सकती हैं।