कमलनाथ खुद देखेंगे मेट्रो ट्रेन का काम, सरकार बदलने से प्रोजेक्ट पर पड़ेगा असर

कमलनाथ खुद देखेंगे मेट्रो ट्रेन का काम, सरकार बदलने से प्रोजेक्ट पर पड़ेगा असर

इंदौर
 प्रदेश में सरकार बदलने का असर शहर के सबसे अहम प्रोजेक्ट मेट्रो ट्रेन पर भी पड़ेगा। आचार संहिता लगने से पूर्व सरकार ने मेट्रो के रिंग रूट पर काम शुरू करने का प्रारूप तैयार कर टेंडर जारी किए थे। बताया जा रहा है, इस ट्रैक का काम शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ पूरे प्रोजेक्ट की समीक्षा करेंगे। मेट्रो रेल विकास का दायित्व निगमायुक्त को देकर अलग से कार्यालय बना कर 30 लोगों का स्टाफ भी निुयक्त किया है। भाजपा सरकार ने शहर में मेट्रो ट्रैक का चुनावी वादा किया था।

पांच साल में सरकार इस पर काम तो शुरू नहीं कर सकी, लेकिन एक ट्रैक के लिए राशि की जुगाड़ कर काम शुरू करने का दावा कियाा। इस पहले चरण में ३१ किमी का रिंग रूट एयरपोर्ट से एयरपोर्ट के बीच बनेगा। इसका काम दो चरणों में काम शुरू हो कर सुपर कॉरिडोर से खजराना तक के हिस्सें में ट्रैक आकार लेगा। इसके निर्माण की राशि केंद्र व राज्य सरकार के सहयोग से जुटाई जाएगी। प्रारंभिक तौर पर इसके लिए 6 हजार करोड़ रुपए से अधिक का लोन एशियन डेवलपमेंट बैंक से लिया गया है। शेष राशि केंद्र सरकार देगी। हांलाकि सरकार बदलने से इस राशि पर असर आ सकता है।