आदिवासी मौलिक अधिकारों पर चिंतन कर मनाया विश्व आदिवासी दिवस

आदिवासी मौलिक अधिकारों पर चिंतन कर मनाया विश्व आदिवासी दिवस

आदिवासी मौलिक अधिकारों पर चिंतन कर मनाया विश्व आदिवासी दिवस

घुघरी में विधायक नारायण सिंह पट्टा ने आदिवासी समाज प्रतीक ध्वज का किया रोहण

Syed Javed Ali मण्डला- विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर जिले भर में सांकेतिक आयोजन हुए। कोरोना महामारी को दृष्टिगत रखते हुए इस बार जिले के आदिवासी समाज ने अपने गांव व घरों में ही आयोजन किया। इसी क्रम में घुघरी मुख्यालय में विधायक नारायण सिंह पट्टा के नेतृत्व में आदिवासी समाज प्रतीक ध्वज का रोहण किया गया। पारंपरिक रीति रिवाजों के साथ गोंगोपूजन किया गया। इसके पश्चात एक चिंतन बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें आदिवासी मौलिक अधिकारों को लेकर विस्तार से चर्चा की गई एवं समर्पित भाव से समाज के लिए कार्य करने का संकल्प लिया गया। प्रकृति संरक्षण के लिए आदिवासी समाज के नागरिकों से मुख्य भूमिका में आकर कार्य करने का आव्हान किया गया। अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने की अपील की गई। इसके पश्चात आदिवासी समाज के प्रमुख आराध्य स्थल मढिया चौगान में भी ग्राम विकास समिति चौगान, आदिवासी महापंचायत व आदिवासी अधिकारी कर्मचारी संगठन के द्वारा विविध आयोजन किये गए। पारंपरिक गोंगोपूजन के पश्चात मढिया स्थल में चिंतन बैठक आयोजित की गई जिसमें जल जंगल जमीन के अधिकारों के साथ मौलिक अधिकारों को लेकर चर्चा की गई। इस दौरान आकास संगठन ने तीस सूत्रीय मांगों को लेकर एक ज्ञापन विधायक नारायण सिंह पट्टा को सौंपा। इस बैठक में यह तय किया किया गया कि आगामी पंद्रह दिनों में जिले के विभिन्न ग्रामों से आदिवासी समाज के नागरिकों के मौलिक अधिकारों की रक्षा को लेकर ज्ञापन एकत्रित कर देश के प्रधानमंत्री व प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक साथ प्रेषित किये जाएंगे। इस दौरान विधायक नारायण सिंह पट्टा, सुदेश परते, गुलाब मरदारिया, डॉ विजय धुर्वे, अरविंद कुशराम, अशोक भलावी सहित आदिवासी समाज के अन्य प्रतिनिधियों की विशेष उपस्थिति रही।