...यहां बिना दूल्हे के होती है शादी

...यहां बिना दूल्हे के होती है शादी
छोटा उदयपुर, शादी समारोह में देश में अलग-अलग रिवाज और रस्में देखने को मिलती हैं. मगर क्या आपने कोई ऐसी प्रथा सुनी है कि दूल्हा अपनी ही शादी में दुल्हन के साथ सात फेरे नहीं ले सकता. जी हां, ये सच है. गुजरात के छोटा उदयपुर के सुरखेड़ा, सनाडा और अंबल में कई सालों से यही परंपरा निभाई जा रही है. गुजरात के इन गांवों में दूल्हे की शारीरिक मौजूदगी के बिना ही शादी होती है. मंडप में दूल्हे का प्रतिनिधित्व करने के लिए उसकी अविवाहित बहन या उसके परिवार की कोई अविवाहित महिला दुल्हन के साथ फेरे लेती है. सुरखेड़ा के स्‍थानीय निवासी कांजीभाई रथवा बताते हैं कि दूल्हे की बहन ही बारात की अगुआई करते हुए फेरे लेकर दुल्हन को घर लेकर आती है. जबकि दूल्हे को घर के अंदर ही अपनी मां के साथ रुकना होता है. दूल्हे द्वारा निभाई जाने वाली शादी की सभी रस्में उसकी बहन ही निभाती है.