दुल्हन ने लौटा दी थी बारात, पुलिस की उपस्थिति में  हुए सात फेरे

दुल्हन ने लौटा दी थी बारात, पुलिस की उपस्थिति में  हुए सात फेरे
उमरिया।मप्र के उमरिया जिले में पदस्थ 2010 बैच के उपनिरीक्षक सुन्दरेश मरावी अपनी विशिष्ठ कार्यप्रणाली के लिए आमजन के बीच जाने जाते है।रविवार,12मई को भी मरावी नें अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए बारात लेकर आए दूल्हे को दुल्हन द्वारा शादी से इंकार करनें के बाद घटित हुए नाटकीय घटनाक्रम के बाद समझाइस देकर शादी सम्पन्न करवाई तथा दो परिवारों के बीच संबंध टूटनें से बचा लिया। बताया जाता है ग्राम ओबरा थाना चंदिया जिला उमरिया से बारात लेकर दुल्हा राजबहादुर कोल ग्राम बड़छड़ अमरपुर निवासी दीपिका कोल से शादी रचानें आया था,परंतु दोनों पक्षों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया और दुल्हन नें शादी करनें से इंकार कर दिया।मजबूरन दुल्हे को बारात लेकर वापस लौटना पड़ा।दुल्हा राजकुमार द्वारा घटना की सूचना मिलनें पर मौके पर पहुंचे अमरपुर चौकी प्रभारी सुन्दरेश मरावी नें वधु पक्ष से चर्चा की तथा किसी तरह समझाइस देकर दुल्हन दीपिका को शादी के लिए राजी कराया।देर रात जब वधु शादी के लिए तैयार हुई तो दुल्हे के परिजन बारात निकालनें को लेकर आनाकानी करनें लगे जिस पर मरावी नें दुल्हे से चर्चा की और वर पक्ष को समझाइस देकर अपनी उपस्थिति में बारात निलवाकर शादी सम्पन्न करवाई। मंडला में भी ऐसी ही एक शादी करवा चुके हैं मरावी-बताया जाता है कि वर्ष 2018 में सुन्दरेश मरावी मंडला जिले की अंजनिया पुलिस चौकी प्रभारी थे। 27मार्च 2018 को मोहगांव के रैयगांव सें दुल्हा राकेश अंजनिया के समीपी गांव कांसखेड़ा बारात लेकर पहुंचा था।बारात लगनें के बाद वर तथा वधु पक्ष में किसी बात को लेकर विवाद हो गया था और दुल्हा राकेश विवाद से व्यथित होकर मंडप छोड़कर भाग गया था जिसे मरावी नें बमुश्किल देर रात पुलिस टीम के साथ जंगल से ढ़ूढकर लाकर दोनो पक्षों को समझाइस देकर शादी सम्पन्न कराई थी।