कान्हा टाइगर रिज़र्व के सभी आलाधिकारियों के एक साथ ट्रांसफर से मचा हडकंप
सुनील कुमार सिंह होंगे कान्हा टाइगर रिज़र्व के नए फील्ड डायरेक्टर
3 IFS, 2 SDO और 4 RO का हुआ स्थानांतरण
Syed Javed Ali
मंडला - मध्य प्रदेश शासन ने चौकाने वाला फैसला लेते हुए कान्हा टाइगर रिज़र्व में पदस्थ तीनों भारतीय वन सेवा के अधिकारीयों का एक साथ स्थानांतरण कर दिया है। मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र संचालक एल. कृष्णमूर्ति, उपसंचालक सुश्री अंजना सुचित्रा तिर्की और उप संचालक (बफर) ग्रेजेश कुमार वरकड़े के साथ - साथ 2 एसडीओ को भी जोड़ दिया जाये तो 1 से 5 तक के अधिकारीयों को कान्हा से स्थानांतरित कर दिया गया है। सूत्रों की माने तो अधिकारीयों को वन मंत्री शिकार होना पड़ा है। सूत्रों की माने तो कमलनाथ सरकार वर्तमान वन मंत्री जो तब सामान्य हैसियत रखते थे, इन्होने बालाघाट से कान्हा टाइगर रिज़र्व के रास्ते मंडला आने खवाइश जाहिर की थी लेकिन पार्क प्रबंधन ने उनके अनुरोध को अस्वीकार कर दिया था। इसे एक बड़ी वजह बताया जा रहा है।
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कान्हा टाइगर रिज़र्व से स्थानांतरित मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र संचालक एल. कृष्णमूर्ति, उपसंचालक सुश्री अंजना सुचित्रा तिर्की और उप संचालक (बफर) ग्रेजेश कुमार वरकड़े (From Left)[/caption]
ऐसा कम ही देखने को मिलता है जब किसी महत्वपूर्ण कार्यालय में एक से लेकर पांच नंबर तक के वरिष्ठ अधिकारीयों के एक साथ तबादले कर दिए जाये। भले ही इन तबादलों को सामान्य बताने की कोशिश की जा रही हो है लेकिन इसे लेकर पार्क प्रबंधन में हड़कंप है। इसे लेकर अफवाहों का बाजार गर्म है और लोग तरह - तरह के कयास लगा रहे है। वन व वन्य प्राणियों के जानकार इसे लेकर अलग - अलग बाते कर रहे है। कुछ जहां पिछले दिनों में लगातार हुई बाघों की मौतों से लेकर जोड़ रहे है, तो वहीं कुछ लॉक डाउन पीरियड दौरान की अफवाहों को तूल दे रहे है। बहरहाल वजह चाहे जो हो लेकिन कान्हा टाइगर रिज़र्व के सभी आलाधिकारियों के साथ - साथ एसडीओ सुधीर मिश्रा व एसडीओ सुरेंद्र खरे और रेंज ऑफिसर शिव कोकडिया, देवेश खराड़ी, शैलेन्द्र उइके और श्री कुसरे का भी स्थानांतरण कर दिया गया है। उम्मीद की जानी चाहिए कि इतने अधिक अधिकारीयों के एक साथ हुए स्थांतरण का असर पार्क की सेहत पर न पड़े। कमलनाथ सरकार के दौरान भाजपा नेता लगातार कांग्रेस पर ट्रांसफर उद्योग चलाने का आरोप लगाते थे लेकिन इसके बावजूद कान्हा टाइगर रिज़र्व में हुए थोक तबादलों पर कांग्रेस की चुप्पी भी कई सवाल खड़े कर रही है।
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सतपुड़ा टाइगर रिज़र्व, होशंगाबाद से स्थानांतरित होकर कान्हा टाइगर रिज़र्व के मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र संचालक होंगे सुनील कुमार सिंह[/caption]
खैर बात करते है कान्हा से स्थान्तरित हुए और नवीन पदस्थापना पर कान्हा आ रहे भारतीय वन सेवा के अधिकारीयों की। कान्हा टाइगर रिज़र्व के मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र संचालक एल. कृष्णमूर्ति, जो 1997 बैच के आईएफएस अधिकारी है। इनका स्थानांतरण मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र संचालक, सतपुड़ा टाइगर रिज़र्व, होशंगाबाद कर दिया गया है। मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र संचालक, सतपुड़ा टाइगर रिज़र्व, होशंगाबाद सुनील कुमार सिंह जो 2000 बैच के आईएफएस है। सुनील कुमार सिंह कान्हा टाइगर रिज़र्व में एल. कृष्णमूर्ति का स्थान लेंगे।
लम्बे समय से कान्हा टाइगर रिज़र्व में पदस्थ रही 2010 बैच की आईएफएस ऑफिसर सुश्री अंजना सुचित्रा तिर्की जो कि कान्हा टाइगर रिज़र्व में उपसंचालक के पद पर पदस्थ थी। सुश्री अंजना सुचित्रा तिर्की का स्थानांतरण वनमंडल अधिकारी जबलपुर (सा.) वनमंडल में कर दिया गया है। सुश्री अंजना सुचित्रा तिर्की का स्थान वनमंडल अधिकारी जबलपुर (सा.) वनमंडल से स्थानांतरित होकर आ रहे 2010 बैच के आईएफएस अधिकारी रवींद्र मणि त्रिपाठी लेंगे।
कान्हा टाइगर रिज़र्व के उप संचालक (बफर) ग्रेजेश कुमार वरकड़े का स्थानांतरण वनमंडल अधिकारी, दक्षिण बालाघाट (सा.) वनमंडल किया गया है। ग्रेजेश कुमार वरकड़े का स्थान वनमंडल अधिकारी सिवनी (उत्पादन) वनमंडल से स्थानांतरित होकर मंडला आ रहे 2008 बैच के आईएफएस अधिकारी नरेश कुमार यादव लेंगे।