कमलनाथ के मंत्री बोले-सिंधिया से बड़ी अमेठी में राहुल की हार

कमलनाथ के मंत्री बोले-सिंधिया से बड़ी अमेठी में राहुल की हार
भोपाल, लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन की मांग तेज हो गई है, वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश की कमान सौंपे जाने के लिए सिंधिया समर्थक नेताओं और मंत्रियों ने अपनी आवाज बुलंद की है|  सिंधिया समर्थक मंत्रियों ने दिल्ली में आयोजित बैठक में प्रदेश की कमान सिंधिया को सौंपने की वकालत की है। वहीं प्रदेश सरकार के पशुपालन मंत्री लाखन सिंह यादव ने भी सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने की मांग का समर्थन किया है| वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया की हार पर मंत्री लाखन सिंह ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि अगर सिंधिया की हार की बात करेंगे तो अमेठी में राहुल गांधी की हार इससे ज्यादा बड़ी। यह चुनाव राष्ट्रवाद के नाम पर लड़ा गया था कई बड़े-बड़े नेता चुनाव हारे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरूवार को अपने आधा दर्जन मंत्रियों से दिल्ली में मुलाकात की है| सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में हार पर मंथन, आगामी कामकाजों और मंत्रीविस्तार पर चर्चा हुई है| पशुपालन मंत्री लाखन सिंह यादव के मुताबिक लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार को लेकर दिल्ली में समीक्षा बैठक बुलाई गई थी।  हार को लेकर नेताओं से जवाब तलब किया गया। इस दौरान सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्ति की मांग भी उठ गई। यादव ने सिंधिया को मध्यप्रदेश की कमान सौंपने की वकालत की है। यादव ने बयान दिया है कि सिंधिया का प्रदेश अध्यक्ष बनना मध्य प्रदेश कांग्रेस के लिए अच्छा रहेगा। सिंधिया को प्रदेश की कमान सौंपे जाने की लम्बे समय लॉबिंग की जा रही है, कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाये जाने के बाद भी इस तरह की मांग उठी थी, लेकिन लोकसभा चुनाव के चलते हाईकमान ने कोई बदलाव नहीं किया| लेकिन अब जब लोकसभा चुनाव में विधानसभा चुनाव के उलट परिणाम सामने आये हैं तो प्रदेश संगठन में बदलाव की मांग उठने लगी है, वहीं कमलनाथ भी प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़ना चाहते हैं| इसकी प्रमुख वजह है कि सीएम पूरा फोकस सरकार चलाने पर लगाना चाहते हैं, जिसके चलते इस बात की चर्चा है कि जल्द ही कांग्रेस में बड़े फेरबदल होंगे| हालाँकि इस बार फिर सिंधिया का नाम सामने आने से पेंच फंसा हुआ है, सिंधिया के अलावा भी कई नाम प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में शामिल हैं| जिसको देखते हुए सिंधिया समर्थकों ने लॉबिंग तेज कर दी है| कोई सीधे तो कोई किसी बहाने से सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की वकालात कर रहा है| पिछले दिनों कोर कमिटी की बैठक में भी इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि नाम फाइनल होंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ| सिंधिया से बड़ी हार राहुल की दिल्ली में हुई बैठक पर पशुपालन मंत्री लाखन सिंह यादव का कहना है कि लॉबिंग जैसी कोई बात नहीं है हार के कारणों पर समीक्षा को लेकर बैठक बुलाई गई थी| इस दौरान उन्होंने सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने की पैरवी भी की और उन्होंने कहा कि सिंधिया अगर प्रदेश अध्यक्ष बनते हैं तो मध्य प्रदेश कांग्रेस के लिए अच्छा रहेगा, उन्हें प्रदेश की कमान संभालना चाहिए|