shyam jatavमंदसौर, मंदसौर कृषि उपज मंडी में लहसुन सहित अन्य उपज की बंपर आवक हो रही है. इस कारण मंदसौर मंडी में जाम की स्थिति बन गई है. 5 से 6 दिनों तक कतार में लगे रहने के कारण किसान परेशान हो रहे हैं. उनके माल की बिकवाली समय से नहीं हो पा रही है. बंपर आवक होने के कारण लहसुन के दाम भी कम हो गए हैं. इस कारण भी किसान नाराज हैं. बता दें कि मंदसौर की कृषि उपज मंडी मालवा की प्रमुख कृषि उपज मंडियों में गिनी जाती है. मंदसौर मंडी में मंदसौर जिले सहित राजस्थान के कोटा, झालावाड़, प्रतापगढ़ तथा एमपी के रतलाम ,शाजापुर ,शुजालपुर उज्जैन आदि जिलों से किसान यहां पर अपनी उपज बेचने आते हैं. लेकिन इन दिनों मंडी अव्यस्था की शिकार बनी हुई है. यहां पर किसानों की उपज समय से नहीं बिक रही है.
बता दें कि बंपर आवक होने के कारण लहसुन के दाम भी गिर गए हैं. कई दिनों तक कतार में खड़े रहने के कारण किसानों को ट्रैक्टर भाड़ा भी ज्यादा लग रहा है और लागत भी नहीं मिल पा रही है. व्यापारी भी किसानों का माल कम दाम में खरीद रहे हैं, जिसके कारण किसान नाराज है. किसानों का यह भी आरोप है कि मंडी के पिछले गेट से पैसे लेकर कुछ किसानों के वाहन अंदर किए जा रहे हैं. बता दें कि इस दौरान पूरे जिले की मंडी एक दिन के लिए किसान ऋण माफ़ी योजना का कार्यक्रम करने के कारण बंद कर दी गई, जिसके कारण भी किसान परेशान हैं.
दूसरी तरफ मंडी प्रशासन का कहना है कि किसानों की उपज समय से तूल रही है. लेकिन आवक ज्यादा हो रही है. प्रशासन का यह भी कहना है कि मंडी प्रांगण की क्षमता कम है और माल ज्यादा आ रहा है. जैसे ही मंडी के अंदर का माल नीलाम होगा, वैसे ही बाहर के किसानों को अंदर ले लिया जाएगा. बता दें कि आगामी 2 दिन सरकारी छुट्टियां हैं, जिसके कारण मंडी बंद रहेगी. इसलिए किसान अपनी उपज जल्दी बेचना चाहते हैं.
हफ्ते भर का इंतजार फसल के दाम कम मिलना और अपनी फसल का लागत मूल्य भी नहीं मिलना किसानों की वाजीब परेशानी है. लेकिन सरकारी छुट्टियों और बंपर आवक के कारण व्यापारी भी ऊंचे दाम पर माल खरीदकर कोई रिस्क नहीं लेना चाहते हैं.